लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय श्री अन्न महोत्सव तथा राज्यस्तरीय श्रीअन्न प्रदर्शनी एवं कार्याशाला का शुभारम्भ किया। इस मौके पर सीएम ने श्री अन्न की खेती से जुड़े प्रगतिशील किसानों (कृषक उत्पादक संगठनों) को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि पुरस्कार स्वरूप दी। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्रों को 95-95 लाख रुपये भी प्रदान किये।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, कृषि और कृषि अनुसंधान में बड़े स्तर परिवर्तन लाकर किसानों के जीवन में परिवर्तन लाएंगे। इस दिशा में यह श्रीअन्न महोत्सव मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा, श्रीअन्न की उपयोगिता वैदिक काल से ही रही है। व्रत के दौरान ऐसे चिन्हित श्रीअन्न का इस्तेमाल किया जाता है और इसकी महत्ता का वर्णन हमारे धर्म शास्त्रों में भी मिलता है। कम खेती में अधिक उत्पादन करने का लक्ष्य था। उसे पूरा किया जा चुका है।
हमारे वैज्ञानिकों के परिश्रम से ही ये सब संभव हुआ है। ज्यादातर श्रीअन्न को पैदा करने के लिए बहुत कम पानी की जरूरत होती है। मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों का ही असर कि भारत के लगभग हर परिवारों में किसी न किसी श्रीअन्न का उपयोग किया जाने लगा है। उन बहनों का भी धन्यवाद जिन्होंने श्रीअन्न से सुंदर और स्वादिष्ट पकवान तैयार किये हैं। लोग खाने में रुचि ले रहे हैं।
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