कोलकाता। घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने की बजाय बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल, भारत सरकार के नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) की तरफ से सांसदों को मिलने वाली पार्लियामेंट्री आईडी पासवर्ड को दूसरों के साथ शेयर नहीं करने की सख्त हिदायत के बाद भी महुआ मोइत्रा ने इसे दूसरों के साथ शेयर कर गोपनीयता भंग करने का काम किया।
महुआ ने खुद भी इस बात को कई मौकों पर स्वीकार किया है कि उन्होंने दर्शन हीरानंदानी को अपनी आईडी और पासवर्ड दिया। वहीं दर्शन हीरानंदानी ने भी हलफनामा देकर यह बात को एक्सेप्ट किया है कि उन्होंने महुआ की आईडी और पासवर्ड को दुबई में उस वक्त इस्तेमाल किया, जब वह भारत में थीं। अपने हस्ताक्षरित हलफनामे में दर्शन हीरानंदानी ने ये भी लिखा है कि महंगी विलासिता की वस्तुएं उपहार में दी गईं और महुआ मोइत्रा के आधिकारिक बंगले के नवीनीकरण पर भी सहमति बनी थी। इसके बदले में उन्होंने अपनी आईडी और पासवर्ड दिया।
उसी में उनकी तरफ से सवाल पोस्ट किए गए जिसे महुआ ने संसद में पूछा था। महुआ भी इस आरोप से इनकार नहीं कर रही हैं और नियम है कि एनआईसी जिस पर पूरी भारत सरकार और उसकी डिटेल है, उसकी जानकारी शेयर करने पर अपराधिक साजिश की धाराओं के तहत भी मामले दर्ज किए जा सकते हैं। महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी दोनों की ओर से यह स्वीकार किए जाने कि संसदीय आईडी का इस्तेमाल दुबई में हुआ है, निश्चित तौर पर महुआ मोइत्रा के लिए मुश्किलें खड़ी बढ़ाने वाला है। वहीं भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म करने की मांग की है।
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