लखनऊ। रविवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड की टीमों की भिड़ंत हुई। इस वर्ल्ड कप में पहली बार भारत को इंग्लैण्ड के खिलाफ लखनऊ में एक चुनौतीपूर्ण पिच पर लक्ष्य सेट करना पड़ा। लगातार विकेट गिरने की वजह से भारत परेशानी में पड़ गया और रोहित शर्मा के 87 रनों की बदौलत 9 विकेट पर 229 रन ही बना सका।
टीम के कप्तान और प्लेयर ऑफ द मैच रोहित शर्मा का कहना है कि, उनके लिए चुनौतीपूर्ण पिच पर अपने सभी अनुभव का इस्तेमाल करना और स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करना बेहद अहम था। रोहित ने मैच के बाद कहा, “यह सिर्फ मेरे शॉट्स खेलने के बारे में नहीं है, जब आपके पास इतना अनुभव होता है तो आपको उस अनुभव का उपयोग करना होता है और टीम के लिए जो भी आवश्यक हो वह करना पड़ता है और उस समय मेरे लिए खेल को आगे बढ़ाना आवश्यक था।”
बता दें कि मैच में एक समय भारत ने केवल 40 रन पर तीन विकेट खो दिये थे, लेकिन इसके बाद रोहित और केएल राहुल ने चौथे विकेट के लिए 91 रन की साझेदारी की और फिर सूर्यकुमार यादव के साथ साझेदारी में 33 रन और जोड़े, लेकिन शतक से 13 रन पीछे रह गए। इसके बाद इंग्लैंड ने लगातार दो विकेट लिए और भारत को 9 विकेट और 229 रन पर ही समेत दिया।
रोहित शर्मा का कहना है कि, “मुझे अभी भी ऐसा लग रहा था कि मैच ख़त्म होने के बाद भी हम 20-30 रन पीछे रह गए थे। नई गेंद थोड़ी चुनौतीपूर्ण थी और फिर जाहिर तौर पर जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता गया, गेंद नरम होती गई, स्ट्राइक रोटेट करना आसान नहीं था। लेकिन हमने बीच में स्ट्राइक रोटेट करना जारी रखा और फिर, आख़िरकार, आप जानते हैं कि हमें वहां एक अच्छी साझेदारी मिली, लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि हम अंत तक 20-30 रन पीछे रह गए।” उन्होंने कहा, हालांकि भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी कर इंग्लैंड की टीम पर लगातार दबाव बनाये रखा और 229 रन का सफलतापूर्वक बचाव किया।
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