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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को दिखाई झंडी
लखनऊ। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर मंगलवार को लखनऊ में सरदार पटेल स्मारक पार्क से रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया, जिसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होने के बाद देश की 562 रियासतों के विलय कराने में सरदार पटेल ने अहम भूमिका निभाई थी। अंग्रेजों ने जानबूझकर भारत की रियासतों को अलग रहने या भारत में विलय करने की छूट दे रखी थी। ऐसे में सरदार पटेल की तरह इच्छा शक्ति और सूझबूझ की वजह से ही हैदराबाद भारत का हिस्सा बना,अन्यथा आज भी हैदराबाद जाने के लिए वीजा या पासपोर्ट की आवश्यकता पड़ती।
रक्षा मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर के विलय का काम अगर सरदार पटेल को दिया गया होता तो संविधान में धारा 370 होती ही नहीं। उन्होंने कहा, सरदार पटेल की जयंती एकजुटता, एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए संकल्प का दिन है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की मोदी सरकार बीते 10 वर्षों से सरदार पटेल को सम्मान दिलाने की दिशा में अग्रसर है। देश के युवा सरदार पटेल के योगदान को समझ सकें और उनसे प्रेरणा ले सकें, इसलिए उनकी जयंती पर हर साल ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जाता है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में सरदार पटेल की 182 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। दुनिया में कहीं भी सरदार पटेल की इतनी बड़ी प्रतिमा नहीं है। स्टैचू ऑफ यूनिटी न्यूयॉर्क के स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी से भी बड़ी है। यह प्रेरणा स्थल के साथ ही पर्यटन स्थल भी है, इसलिए आप जब भी गुजरात जाएं स्टैचू ऑफ यूनिटी देखने जरूर जाएं।
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