मध्य प्रदेश। 18 साल तक मध्य प्रदेश की कमान संभालने के बाद अब शिवराज सिंह चौहान की जगह अब मोहन यादव को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या शिवराज सिंह चौहान दिल्ली जाकर पार्टी नेतृत्व से अपने लिए कोई बड़ा पद मांगेंगे? इस सवाल के जवाब के जवाब में अब शिवराज सिंह का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा, ‘ मुझे दिल्ली जाकर मांगना पसंद नहीं, अपने लिए कुछ मांगने से पहले मांगना पसंद करूंगा.’ कहा जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने ये भी तय किया है कि वह मध्य प्रदेश में हैं और यहीं रहेंगे, कहीं नहीं जाएंगे।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्रियों के नाम पर चल रहे मंथन के बीच तीनों राज्यों के दिग्गज मंत्री आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली में डटे हुए थे। इस पर शिवराज सिंह चौहान से भी सवाल किया गया था कि क्या वो दिल्ली जाएंगे? जिसका जवाब देते हुए पूर्व सीएम ने कहा, ‘एक बात मैं विनम्रता के साथ कह देना चाहता हूं कि अपने लिए कुछ मांगने से पहले मैं मरना पसंद करूंगा। ‘
शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी नेतृत्व के पक्ष में अपनी बात रखते हुए कहा, पार्टी ने उन्हें 18 साल तक मुख्यमंत्री बनाया, पार्टी ने उन्हें सब कुछ दिया,. इसलिए अब पार्टी को लौटाने का वक्त आ गया है।पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, लाडली बहना योजना के बाद अब वह लखपति बहना योजना पर काम करने वाले हैं और इसके लिए वह पूरा जोर लगा देंगे।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के एक दिन बाद शिवराज सिंह चौहान से मिलने उनकी लाड़ली बहनें पहुंचीं थी और फूट-फूट कर रोने लगीं थी। महिलाओं को इस तरह से रोता देख शिवराज सिंह चौहान भी भावुक हो गए और कहा, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। लाड़ली बहाना के बाद अब वे लखपति बहना योजना कर काम करेंगे और उसे सफल बनाने के लिए पूरा दम लगा देंगे।
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