लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीजेपी (BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए आने वाले लोकसभा चुनाव में चुनौती बढ़ती हुई नजर आ रही है। सहयोगी दल अब बीजेपी पर सीटों के बटवारे को लेकर दबाव बना रहे हैं। सहयोगी दलों ने यूपी की कुछ सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है जिससे बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि बीजेपी के सहयोगी दल सुभासपा, अपना दल और निषाद पार्टी ने मिलकर एक साथ अपनी सीटों की डिमांड रख दी है। ये डिमांड आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रखी गई है।
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि बीजेपी के साथ बीते दिनों गठबंधन करने वाली सुभासपा ने लोकसभा चुनाव के लिए तीन सीटों पर दावेदारी पेश की है। सुभासपा ने चंदौल, गाजीपुर और घोसी सीट पर दावेदारी की है। वहीं अपना दल एस ने पांच सीटों की मांग बीजेपी नेतृत्व से की है। अपना दल एस ने मिर्जापुर, प्रतापगढ़, अंबेडकरनगर, फतेहपुर और जालौन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करने की मांग की है।
वहीं यूपी सरकार में मंत्री डॉ. संजय निषाद की निषाद पार्टी की तरफ से पूर्वांचल की सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है। दरअसल, बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। पार्टी ने हर लोकसभा सीट और 270 विधानसभा सीटों पर अपने विस्तारक की नियुक्ति कर दी है। इसके साथ ही पार्टी ने हारी हुई सीटों पर अलग से केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है। ये मंत्री उन सीटों कर मिली हार की समीक्षा करेंगे और उसे सुधरेंगे जिससे लोकसभा चुनाव में उस सीट से भी पार्टी को जीत हासिल हो सके।
गौरतलब है कि बीजेपी आगामी चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में मिशन-80 यानी 80 में 80 सीटें जीतने का लक्ष्य पर काम कर रही है। इसके लिए पार्टी ने अपनी रणनीति के अनुसार काम भी करना शुरू कर दिया है।
इसे भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2024: BJP के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है योगी सरकार के इस मंत्री की नाराजगी
इसे भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2024 में बदलाव के लिए होगा जनता का वोट: अखिलेश