अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने यूनिवर्सिटी में शटडाउन कर दिया है, जिससे कॉलेज के हॉस्टल में रह रहे करीब 20000 छात्र-छात्राओं को खाना तक नहीं नसीब हुआ। साथ ही विश्वविद्यालय के किसी भी विभाग में कोई काम नहीं हुआ। दरअसल, विश्वविद्यालय का नॉन टीचिंग स्टाफ पिछले 48 दिन से अपनी मांगों को लेकर यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव गेट पर धरने पर बैठा है। नॉन टीचिंग एम्पलाइज 10 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहा है।
प्रदर्शन कर रहे हैं कर्मचारियों का कहना है कि दिसंबर 2022 से उन सभी का एक्सटेंशन रोक दिया गया है। यहां नॉन टीचिंग स्टाफ के लोगों में कोई 18 साल से, 25 साल से और 30 साल से कम कर रहा है, लेकिन किसी को स्थायी नहीं किया गया। धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अब जब तक सभी मांगे मान नहीं ली जाती तब तक ये धरना जारी रहेगा। यही वजह है कि आज पूरे विश्वविद्यालय के नॉन टीचिंग स्टाफ, डेली वेजर्स, एडहॉक कर्मचारी, सहित सभी लोग इस स्ट्राइक मे शामिल होकर विश्वविद्यालय का शटडाउन कर दिया।
धरनारत कर्मियों का कहना है कि ‘हमारे यहां एमटीएस स्टाफ है जिसको 10-10 साल काम करते हुए हो गया है लेकिन अभी तक उन्हें स्थायी नहीं किया गया जबकि 2 साल के अंदर उनको कंफर्म कर देना चाहिए था। जो करीब 1500 टेंपरेरी एंप्लाइज हैं जिनका हर साल एनुअल हो जाया करता था उनको स्क्रीनिंग कर कंफर्म किया जाए। चौथा जो डीपीसी डिपार्मेंटल प्रमोशन हुआ करता था वह भी रोक दिया है। ऐसी लगभग 10 मांगें हैं जिन्हें पूरा किया जाना है और जब तक सभी मांगे नहीं मान ली जाती तब तक धरना जारी रहेगा।
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