नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र में 146 सांसदों के खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई के विरोध में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ब्लॉक के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत गठबंधन के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे।
प्रदर्शन के दौरान वहां मौजूद नेताओं और मीडिया के सामने खरगे ने सांसदों के निलंबन की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा “जब अच्छा कानून आता है तो हम समर्थन करते हैं, लेकिन सरकार जो कर रही है, वह ठीक नहीं है। खरगे ने आगे कहा, “हमारे देश के संविधान में हर किसी को अपनी बात कहने की आजादी है और यह आजादी हमको जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, डॉ आंबेडकर ने दिलाई है। आपके घर से कोई भी नहीं है आजादी दिलाने वाला, वो लोग हमको कहते हैं कि देश को बर्बाद कर रहे हैं, सबको बाहर निकाल दिया है, आपने सांसदों को बाहर निकालकर तीन कानून पास कर दिया।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि जब हम (संसद में) नोटिस देते हैं तो हमें नोटिस पढ़ने तक का मौका भी नहीं दिया जाता है, क्या मुझे यह कहना चाहिए कि भाजपा सरकार एक दलित को बोलने नहीं दे रही है? आप हमारे बोलने का अधिकार नहीं छीन सकते, अब हमें एक साथ लड़ना होगा।”प्रदर्शन के दौरान खरगे ने ईडी और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसी के दुरुपयोग का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, “आज मोदी हर चुनाव में हमारे कार्य़कर्ताओं को, जहां कहीं भी चुनाव आता है, उन्हें ईडी का डर, सीबीआई का डर, इनकम टैक्स का डर, हर तरह से डराती है, यह कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है. हम डटकर लड़ेंगे।”
गौरतलब है कि संसद सुरक्षा के उल्लंघन की घटना पर विपक्ष केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहा था। इसी मांग को लेकर विपक्ष ने शीतकालीन सत्र में हंगामा किया, जिससे सदन की कार्रवाई में व्यवधान आने लगा तो लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सांसदों के निलंबन की प्रक्रिया शुरू हुई।
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