नई दिल्ली। इस दुनिया में जन्म लेने वाले हर शख्स की मृत्यु निश्चित है, लेकिन कब और कैसे होगी ये कोई नहीं जनता है। वैज्ञानिक इस पर लंबे समय से रिसर्च कर रहे हैं, जिसमें उन्हें कुछ हद तक सफलता भी मिलती हुई नजर आ रही है। कहा जा रहा है कि अब जल्द ही इंसान को इस सवाल का जवाब मिल जायेग जब वह बता पायेगा कि उसकी मृत्यु कब हो सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेनमार्क स्थित ‘टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क’ (डीटीयू) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई पर आधारित एक डेथ प्रीडिक्टर (मौत का अनुमान) तैयार किया है जिसमें दावा किया किया जा रहा है कि ये किसी व्यक्ति की जीवन की अवधि को बेहद सटीकता से बता सकता है। आसान शब्दों में कहें तो ये डेथ प्रीडिक्टर किसी इंसान को ये बता सकता है कि वह कितने साल तक जियेगा। एक तरह इंसान को अपनी एक्सपायरी डेट का पता चल जायेगा।
ऐसे काम करेगा डेथ प्रीडिक्टर
रिपोर्ट के मुताबिक, चैट जीपीटी की दर्ज इस नए मॉडल को AI Life2vec सिस्टम का नाम दिया गया है, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यवसाय और आय जैसी निजी जानकारियों के आधार पर बता सकता है कि कोई व्यक्ति कब तक जीवित रहेगा। डेनमार्क की आबादी के डाटा का इस्तेमाल कर टेस्ट करने पर इसने पूरी सटीकता के साथ काम किया है। रिपोर्ट के अनुसार टेस्टिंग के लिए 2008 से 2020 तक 60 लाख लोगों से जुड़े स्वास्थ्य और लेबर मार्केट डाटा का विश्लेषण किया गया। इसके जरिए डेट प्रीडिक्टर ने 78 फीसदी सटीकता के साथ सही डाटा दिखाया है।
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