अयोध्या। अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है। इसके ग्राउंड फ्लोर का काम अंतिम चरण में है। मंदिर को संवारने और तराशने का काम अंतिम चरण में हैं। यहां पत्थरों पर डिजाइनिंग कर रहे कारीगर 12-12 घंटे काम कर रहे हैं। दरअसल 22 जनवरी को मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है।
बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगी और वहीं रामलला पहली आरती उतारेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला को उनके ननिहाल से आये चावल और ससुराल से आये मेवे का पहला भोग लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि रामलला के ननिहाल छत्तीसगढ़ से 3000 क्विंटल चावल 30 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेगा। वहीं, नेपाल के जनकपुर से भी वस्त्र, फल और मेवा अयोध्या लाया जा रहा है, 5 जनवरी को यहां पहुंचेगा।
राइस मिल एसोसिएशन अध्यक्ष योगेश अग्रवाल बताते हैं कि भगवान राम के ननिहाल से चावल का संदेश लेकर अयोध्या आया हूं। छत्तीसगढ़ के 33 जिलों से 3000 क्विंटल चावल एकत्र किया गया है जो 30 दिसंबर तक अयोध्या पहुंचेगा और राम मंदिर ट्रस्ट को समर्पित किया जाएगा। उधर राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर फिनिशिंग का काम अंतिम चरण में है। मंदिर की पुरानी कार्यशाला में खंभों को तराशने और उस पर डिजाइनिंग का तेजी से काम चल रहा है, जो पहले और दूसरे तल पर लगने हैं। यहां पर काम करने वाले कारीगर बताते हैं कि काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश मिले हैं।
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