राजनीति में एक बात कही जाती है कि अगर दिल्ली पहुंचना है तो उत्तर प्रदेश को मजबूत करना होगा। ऐसे में जब भी आम चुनाव होते हैं तो सभी राजनीतिक पार्टियों का फोकस यूपी पर हो जाता है। इसी कड़ी में अब 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टियां यूपी की जनता को अपनी तरफ खींचने की कवायद में जुट गई हैं। ऐसे में कांग्रेस ने भी अपने संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए प्रियंका गांधी को यूपी के प्रभारी पद से हटा दिया है। उनकी जगह अविनाश पांडे को प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गौरतलब है कि प्रियंका गांधी ने करीब डेढ़ साल से उत्तर प्रदेश में कदम नहीं रखा है। बावजूद इसके यूपी कांग्रेस के नेताओं का दावा है कि प्रियंका गांधी हमारी नेता है और पार्टी को हमेशा उनका सपोर्ट मिलता रहेगा। उधर राजनीतिक विश्लेषक की माने तो प्रियंका गांधी के प्रभारी रहने और ना रहने से यूपी में कांग्रेस पर कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है…
दरअसल, प्रियंका गांधी कांग्रेस की सर्वेसर्वा सोनिया गांधी की बेटी हैं और कांग्रेस नेता हमेशा इस बात को दोहराते रहते हैं कि प्रियंका में पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी दादी इंदिरा गांधी की छवि दिखाई देती है। यही वजह है कि साल 2019 में प्रियंका गांधी वाड्रा की आधिकारिक रूप से राजनीति में एंट्री हुई और उन्हें देश के सबसे बड़े और सबसे अहम सूबे का प्रभारी नियुक्त किया गया। प्रियंका के प्रभारी बनते ही यूपी की सारी रणनीति उन्ही के इर्द गिर्द घूमती रही। वहीं प्रियंका तक अपनी बात ना रख पाने की वजह से कई पुराने कांग्रेसियों ने पार्टी से भी किनारा कर लिया। वहीं प्रियंका को उत्तर प्रदेश के प्रभारी बनाये जाने के बाद भी कांग्रेस यहां कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई है। मौजूदा समय में कांग्रेस यहां से लोकसभा में एक और विधानसभा में दो सीट पर ही है जबकि विधान परिषद में कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं है।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से प्रभार हटने के बाद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने एक बातचीत में कहा कि जिस तरह पहले अजय कुमार लल्लू फिर बृजलाल खबरी और अब मैं प्रदेश अध्यक्ष बना हूं इसी तरह यह एक सतत प्रक्रिया है। सभी लोग मिलकर काम करेंगे। प्रियंका गांधी हमारी नेता हैं और हमें प्रियंका गांधी का हमेशा सपोर्ट मिलता रहेगा। प्रियंका गांधी के यूपी से चुनाव लड़ने के सवाल का जवाब देते हुए अजय राय ने कहा, जिस तरीके से परिस्थितियां चल रही है उसे देखकर लग रहा है कि प्रियंका चुनाव लड़ेंगी और उन्हें चुनाव लड़ना भी चाहिए क्योंकि यूपी उनका घर है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा प्रियंका गांधी का जिस सीट से मन हो, रायबरेली, अमेठी या वाराणसी वहां से चुनाव लड़ें। यूपी से चुनाव लड़ने को लेकर हमने प्रस्ताव भी दिया है।
वहीं इस सवाल पर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रियंका गांधी को लखनऊ सूट नहीं करता है। यह दिल्ली पॉलिटिक्स लुटियंस जोन्स के लोग हैं। इनके लिए लखनऊ, पटना, भोपाल यह सब शहर अच्छे नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर प्रियंका ने यूपी विधानसभा चुनाव में मेहनत की होती तो कांग्रेस सिंगल डिजिट में नहीं होती। उन्होंने कहा, जब प्रियंका को प्रभारी बनाया गया था तो कांग्रेस की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ था, वैसे ही अब उनसे यह प्रभार ले लिया गया है तो भी कांग्रेस पर कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है।
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