वाराणसी। काशी के विवादित ज्ञानवापी परिसर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद परिसर में स्थित वजू खाने को सील कर दिया गया था। ऐसे में अब वहां मौजूद मछलियां मरने लगी हैं। इस मुद्दे को लेकर बीते दिनों मुस्लिम पक्ष द्वारा वाराणसी जिला प्रशासन को एक पत्र लिखा गया है जिसमें वजूखाने के मौजूद मछलियों के मरने की जानकारी दी गई है। पत्र में बताया गया है कि मछलियों के मरने से आसपास के क्षेत्र में बदबू और गंदगी फ़ैल रही है। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी की तरफ से वाराणसी जिला अधिकारी को वजूखाने की सफाई कराने की अपील की गई है।
अंजुमन इंतजामिया मस्जिद के सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने एक बातचीत में बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी परिसर के वजूखाने को सील कर दिया गया है। ऐसे में डेढ़ साल से नियमित तौर पर अच्छी तरह से रखरखाव न होने की वजह से वजूखाने की अधिकांश मछलियां मर चुकी हैं जिससे वहां गंदगी और बदबू फ़ैल रही है। इसी के मद्देनजर 26 दिसंबर को वाराणसी जिला प्रशासन को एक पत्र लिख गया है, जिसमें सील वजूखाने की साफ सफाई करने की अपील की गई है।
उन्होंने कहा, मछलियों के मरने से फैली बदबू की वजह से निश्चित तौर पर परिसर की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ जवान, आने वाले नियमित नमाजी और परिसर के ही काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को मुश्किल हो रही होगी। आपको बता दें कि करीब 92 दिनों तक चले सर्वे के बाद ASI रिपोर्ट वाराणसी जिला न्यायालय में पेश हो चुकी है। एएसआई सर्वे वजूखाने को छोड़कर पूर्ण किया गया है। वाराणसी जिला न्यायालय ने वाराणसी ज्ञानवापी मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 3 जनवरी निर्धारित की है।
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