मेरठ। जनपद के मवाना तहसील में शुक्रवार को एक किसान ने एसडीएम कार्यालय के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। पुलिस ने 70 फीसदी जली अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया। किसान ने वन विभाग पर अपनी फसल को जबरन जोतने और नष्ट करने का आरोप लगाया गया है।
जानकारी के मुतबिक हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के अलीपुर मोरना गांव के निकट कृष्ण वन ब्लॉक में वन विभाग की लगभग तीन हेक्टेयर भूमि पर पिछले कई वर्षों से ग्रामीणों खेती करते आ रही है, जिस पर कार्रवाई करते हुए गुरुवार को वन विभाग ने भूमि को अपने कब्जे में ले लिया और किसानों की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलवा दिया।
किसान का कहना है कि डीएफओ राजेश कुमार के निर्देश पर वन विभाग के सर्वेयर विजेंद्र सिंह, रेजर रविकांत, लेखपाल सचिन तोमर, रोहित शर्मा ने टीम के साथ सरकारी भूमि पर वन विभाग का ट्रैक्टर चलाकर उसे कब्जा मुक्त कराया था। इस सबंध में क्षेत्रीय वन अधिकारी रविकांत चौधरी का कहना है कि अतिक्रमण मुक्त कराकर वन विभाग ने इस भूमि को अपने कब्जे में ले लिया है। यह अभियान लगातार चलता रहेगा।
वहीं अलीपुर मोरना निवासी किसान जगबीर ने इस भूमि को अपना बताते हुए विरोध जताया था। शुक्रवार को किसान ने मवाना तहसील में जाकर एसडीएम कार्यालय के सामने खुद पर तेल डालकर आग लगा ली, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। उसे मवाना सीएचसी में ले जाया गया। 70 प्रतिशत जली हालात में उसे मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसे भी पढ़ें- भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय संगठक हृदयनाथ सिंह का निधन
इसे भी पढ़ें- चौधरी चरण सिंह की जयंती पर सीएम योगी ने किसानों को सौंपी ट्रैक्टर की चाबी
