रायबरेली। लोकसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है। वैसे-वैसे देश और उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ती जा रही है। साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां भी तेज कर दी है। वहीं अब कांग्रेस से रायबरेली की सांसद और गांधी परिवार की मुखिया सोनिया गांधी को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी इस बार रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ेंगी। वजह ये है कि तेलंगाना कांग्रेस के नेताओं ने उनसे मेडर सीट से चुनाव लड़ाने की मांग की है। इसके पीछे कांग्रेस की क्या रणनीति है और अगर सोनिया रायबरेली छोड़ती हैं तो उनकी विरासत को कौन संभालेंगा इसे लेकर अभी कुछ भी सामने नहीं आया है। वहीं देश की सियासत में इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तेलंगाना कांग्रेस ने सोनिया गांधी से मांग की है कि वे दक्षिण से लोकसभा चुनाव लड़ें। इसके पीछे उत्तर और दक्षिण भारत की राजनीति को अहम माना जा रहा है। आपको बता दें कि उत्तर भारत में अगर हिमाचल प्रदेश को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी कांग्रेस अब सत्ता में नहीं है। बिहार में कांग्रेस जेडीयू और आरजेडी के साथ गठबंधन में हैं जबकि दक्षिण भारत में हाल ही में दो राज्यों में कांग्रेस सत्ता में आई है। उल्लेखनीय है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और उसकी सहयोगी दलों ने दक्षिण भारत से कुल 132 में से 63 सीटों पर जीत दर्ज की थी। यही कारण है कि अब कांग्रेस इस क्षेत्र में अपने पैर मजबूत करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि अगर सोनिया गांधी तेलंगाना से चुनाव लड़ती हैं तो पार्टी को मज़बूती मिलेगी।
रायबरेली से फिर कौन लड़ेगा चुनाव
इन तमाम कयासों के बीच इस बात की भी चर्चा तेज हो गई है कि यूपी की रायबरेली सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। अमेठी के साथ ही रायबरेली को भी गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है। सोनिया गांधी इस सीट से लगातार चार बार से जीतती आ रही हैं। यहां उन्हें हमेशा पचास फीसदी से ज़्यादा वोट मिले हैं, ऐसे में सवाल ये उठता है कि अगर सोनिया गांधी रायबरेली सीट छोड़ती है तो फिर उनकी जगह कौन इस सीट पर उम्मीदवार होगा। कयास लागए जा रहे हैं कि अगर सोनिया गांधी यहां से चुनाव नहीं लड़ती हैं तो गांधी परिवार के ही किसी बड़े चेहरे को इस सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। इस रेस में प्रियंका गांधी का नाम सबसे आगे है।
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