जम्मू। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले की पैरा-तीरंदाज शीतल देवी को मंगलवार को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया। ये पुरस्कार उन्हें राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने प्रदान किया। फ़ोकोमेलिया बीमारी से पीड़ित शीतल को बचपन से ही कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके उनकी अदम्य भावना ने उन्हें उन गतिविधियों में उत्कृष्टता दिखाई, जो तीरंदाजी में उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण थी।
शीतल ने साल 2019 में किश्तवाड़ में भारतीय सेना की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम के जरिए तीरंदाजी में प्रवेश किया। इसके बाद पूर्व तीरंदाज कुलदीप वेदवान की सलाह पर शीतल ने एक अनूठी तकनीक अपनाकर अपने कौशल को निखारा।
इसमें शूटिंग के लिए अपने पैरों का इस्तेमाल करना भी शामिल था। इसके बाद शीतल ने 2023 में चेक गणराज्य में विश्व तीरंदाजी पैरा चौंपियनशिप में रजत पदक जीतकर यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली बिना हाथ वाली महिला तीरंदाज बन गईं।
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