लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे पता चला है कि 22 जनवरी का निमंत्रण पत्र मेरे लिए कूरियर से भेजा गया, लेकिन अभी तक ये कूरियर मुझे प्राप्त नहीं हुआ है। मीडिया के लोग ही मुझे भेजे गए कूरियर की रसीद उपलब्ध करवा दें। सपा सुप्रीमो ने कहा कि अयोध्या मंदिर में दिव्यांगों, बुजुर्गों और बच्चों को जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि दुनिया में हर जगह हर ढांचे को बनाने में इस बात का विशेष ख्याल रखा जाता है कि दिव्यांगों के लिए रास्ता बनाया जाये।
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस तरह से निमंत्रण की खबर चलाई जा रही है, उससे मुझे अपमानित किया जा रहा है। ये सब ठीक उसी तरह से हो रहा है जैसे मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धोकर मुझे अपमानित किया गया था। उन्होंने कहा भगवान श्री राम के नाम पर हमें अपमानित न करें। मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला है और न ही कोई कूरियर नहीं आया। न घर पर न ऑफिस में। इस दौरान सपा सुप्रीमो ने कहा कि अग्निवीर योजना पीडीए को रोकने के लिये लाई गई है। इंडिया गठबंधन सीट शेयरिंग में रामगोपाल यादव हैं।
2019 व 2022 चुनाव का आंकड़ा हमारे सामने हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि कम ही ऐसे लोग हैं, जिनसे लोगों ने प्रेरणा ली है। विवेकानंद इन्हीं लोगों में शामिल थे। उन्होंने शिकागों में जो भाषण दिया। उसमें भारत व उस संस्कृति की बात थी। उन्होंने गरीब की सेवा का मंत्र दिया। भाजपा का रास्ता वह नहीं है जो विवेकानंद ने दिया।
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