अयोध्या। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रशासन कोई कसर नहीं बाकी रखना चाहता है। वह इस कार्यक्रम को पूरे विधि विधान और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराना चाहता है। इसी कड़ी में प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले अतिथियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर 21 से 23 जनवरी तक के लिए 10 अस्थाई अस्पताल बनाए जाएंगे। बता दें कि 21 जनवरी से अयोध्या में मेहमानों का आना शुरू हो जायेगा और इनकी वापसी 23 जनवरी को होगी। ये सभी अस्थाई अस्पताल किसी न किसी बड़े अस्पतालों के संपर्क में रहेंगे। इस सबंध में सीएमओ लखनऊ ने प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों के साथ एक बैठक की और रुपरेखा तैयार की।
उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी अयोध्या में रामलला का स्वागत करने के लिए देश का हर नागरिक उत्साहित है और हर कोई अपने-अपने तरीके से उनके स्वागत की तैयारी कर रहा है। वहीं प्रशासन भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को एकदम से भव्य बनाने की तैयारी में जुटा है और कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों को किसी भी तरह की समस्या न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। बताया का रहा है कि 21 से 23 जनवरी तक अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर बनने वाले ये अस्थाई अस्पताल टेंट में बनाए जाएंगे और यहां प्रारंभिक उपचार की व्यवस्था दी जाएगी। वहीं, अगर कोई मरीज गंभीर हालत में होता है तो उन्हें राजधानी के बड़े अस्पताल पहुंचाया जाएगा।
टेंट में बनने वाले इन अस्पतालों में ECG ,शुगर, और BP नापने समेत सभी जरूरी दवाएं दी जाएंगी। इसके साथ ही लखनऊ के सभी बड़े अस्पताल जैसे कि एसजीपीजीआई, लोहिया, केजीएमयू , बलरामपुर ,सिविल अस्पताल, लोकबंधु और अन्य दूसरे अस्पतालों में भी बीएड रिजर्व रहेंगे। वहीं लखनऊ से अयोध्या तक हाइवे के नजदीक पड़ने वाले सभी सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भी व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। सरकारी अस्पतालों के साथ ही लखनऊ के सभी बड़े प्राइवेट अस्पतालों को भी बेड रिजर्व रखने को कहा गया है।
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