कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में तीन साधुओं के साथ हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों साधु उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल के मशहूर तीर्थ गंगासागर मेले के लिए जा रहे थे, तभी भीड़ ने उन्हें किडनैपर समझ लिया और उन पर हमला कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साधु ने अपने दो बेटों के साथ मकरसंक्राति पर गंगासागर जाने के लिए वाहन बुक किया था। इसके बाद ये लोग वहां के लिए निकल गए। पुरुलिया में साधुओं ने किसी से गंगासागर के लिए रास्ते के बारे में पूछा, तो कुछ लोगों को संदेह हुआ कि वे किडनैपर हैं, इसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट की। इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस पूरे मामले में पुरुलिया पुलिस का कहना है कि, भाषा की समस्या को लेकर साधुओं और कुछ स्थानीय लड़कियों के बीच गलतफहमी हो गई। साधुओं की भाषा लड़कियां नहीं समझ सकीं और चिल्लाते हुए भागने लगीं जिससे वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और साधुओं के साथ मारपीट करने लगी। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में कथित तौर पर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर हो गई है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला और कहा आखिरकार बंगाल में यह माहौल क्यों है? उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण का आरोप है लगाया और कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान उठाये।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि कुछ समय पहले पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में साधुओं के एक ग्रुप को कथित तौर पर भीड़ के पीटने का वीडियो सामने आया थ। जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। इस मामले में भाजपा ने सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा था।
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