बाराबंकी। बाराबंकी के सतरिख इलाके में इंडियन बैंक नेवली शाखा में कई ग्रामीणों के बैंक खाते खुलवाकर करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने बैंक खाते खुलवाने वाले एक क्षेत्रीय युवक और बिहार के दो गैंग लीडरों को अरेस्ट कर लिया है। बताया जा रहा है कि इनके पास से दो डेबिट कार्ड, दो फर्जी आधार कार्ड, चार मोबाइल फोन और 4930 रुपये भी बरामद हुए हैं।
करोड़ों रुपए की इस ठगी के मामले की जानकारी देते हुए जैदपुर थाना पुलिस ने बताया कि मेहंदीपुर के अंश पटेल, बरौली मलिक के सुरेंद्र कुमार और गाल्हामऊ के सत्यम यादव ने पुलिस को खबर दी कि ताहीपुर के राम मिलन ने उन लोगों से 29 नवंबर को इंडियन बैंक की नेवली शाखा में खाता खुलवाने को कहा। उनका कहना था कि इस बैंक में खाता खुलवाने से सभी सरकारी स्कीमों का लाभ उन्हें मिलने लगेगा। इसके बाद उन लोगों ने उनसे उनके आधार कार्ड, फोटो और पैन कार्ड ले लिया और इंडियन बैंक नेवली में खाता खुलवा दिया।
उन्होंने बताया कि उन लोगों ने बैंक से मिले डेबिट कार्ड अपने पास रख लिए और उनकी ही आईडी पर एक सिम कार्ड भी खरीद लिया। सत्यम ने पुलिस को बताया कि आठ दिसंबर को बैंक शाखा प्रबंधक ने उन लोगों से संपर्क किया और कहा कि आप लोगों के बैंक खातों में एक दिन में 60 से 80 बार ऑनलाइन रुपये आ रहे हैं और उन रुपयों को दूसरे खातों में ट्रांफसर किया जा रहा है। इसके बाद बैंक के डेबिट कार्ड और मोबाइल नंबर चेक किए गए तो पता चला कि यह सब खाते खुलवाने वाले ताहीपुर के राम मिलन के पास हैं।
इसके बाद मामला सतरिख थाने पहुंचा और सत्यम की तहरीर पर राम मिलन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने मामले की छानबीन के दौरान जब सीडीआर की जाँच की तो राम मिलन के सपंर्क बिहार के एक गैंग से होने का पता चला। इसके बाद सर्विलांस व साइबर सेल की मदद से ताहीपुर के राम मिलन व गैंगलीडर बिहार के नालंदा जिले के थाना रहई के हुसैनपुर के चंदन कुमार व मलाहबीगहा धरहरा के तुलसी कुमार को गिरफ्तार किया गया।
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