महोबा। जनपद में बीते दिनों एक सर्राफा व्यवसायी के साथ हुई लूट और हत्या की जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों से आज पुलिस की मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी कार्यवाही में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने तीनों बदमाशों को दबोच लिया। घायल बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। बदमाशों के पास से लूट के आभूषण समेत नगदी और अवैध तमंचे व कारतूस बरामद हुए हैं। वहीं तीन अभियुक्त अभी भी फरार है जिनकी तलाश के लिए टीम गठित की गई है। पुलिस टीम की इस कामयाबी पर एसपी ने 50 हजार रुपए का इनाम दिया है।
बता दें कि जनपद के पनवाड़ी थाना कस्बा में बीती 25 जनवरी की शाम अलीपुरा मोहल्ले में रहने वाले सर्राफा व्यवसायी अजयकांत सोनी चौबे मार्केट में अपनी ज्वेलर्स शोरूम को बंद कर बाइक से घर वापस लौट रहे थे तभी पहले से घात लगाए सशस्त्र बदमाशों ने सरे साह उन्हें गोली मार दी और सोने चांदी के आभूषणों से भरे बैग को लूटकर फरार हो गए थे। वहीं घायल सराफा व्यवसायी को इलाज के लिए झांसी में भर्ती कराया गया था जहां 28 जनवरी को उनकी मौत हो गई थी। व्यापारी से लूट और हत्या को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे और व्यापारियों का भी आक्रोश बढ़ने लगा था।
व्यापारी हत्याकांड का खुलासा न होने से नाराज व्यापारी और परिवार द्वारा कई बार बाजार बंद कर प्रदर्शन भी किया गया। ऐसे में पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता के निर्देश पर स्वाट और सर्विलांस सहित 12 टीमों का गठन कर हत्याकांड की जांच में जुटी हुई थी। ऐसे में आज सुबह पुलिस टीम को सूचना मिली कि पनवाड़ी थाना क्षेत्र के बिजरारी जंगल में लूट हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीन बदमाश माल का बंटवारा कर रहे हैं जिस पर तीन पुलिस टीमें मौके पर जा पहुंची और घेराबंदी कर बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की जिस पर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान दो बदमाशों के पैर में गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी अपर्णा गुप्ता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक व्यापारी अजयकांत सोनी की दुकान के पास में ही आरोपी सईद अपने पिता हमीद के साथ चूड़ी बेचने का काम करता है। जल्दी अमीर बनने की चाह में आरोपी ने मध्यप्रदेश के दतिया में रहने वाले अपने दूर के रिश्तेदार नदीम उसके पिता शकूर और दो अन्य साथी मनमोहन और आनंद प्रजापति को भी इस कांड में शामिल कर लिया। इन सभी ने दुकान में ही बैठकर लूट की योजना बनाई और व्यापारी की रेकी करने लगे। जब सब कुछ पता चल गया तो उन लोगों ने बीती 25 जनवरी को व्यापारी को गोली मर दी और आभूषणों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए।
इस वारदात के बाद से आधा-आधा माल बांटकर तीन आरोपी फरार हो गए जबकि तीन आज अपने माल का हिस्सा आपस में बांट रहे थे तभी इसकी जानकारी पुलिस को लग गई। पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य अभियुक्त पिता हमीद और उसके पुत्र सईद सहित आनंद को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 1 किलो सोने के आभूषण, 12 किलो 500 ग्राम चांदी के आभूषण, दो तमंचे कारतूस और तीन मोबाइल बरामद किए है और तीन अन्य फरार अभियुक्तों मनमोहन पाल, नदीम, शकूर की तलाश के लिए पुलिस टीम लगी हुई है।
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