लखनऊ। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी को एक के बाद एक बड़ा झटका मिल रहा है। पहले राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी ने अखिलेश यादव का साथ छोड़ा और अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं अब पल्लवी पटेल भी उन्हें आंख दिखा रही हैं। इनके अलावा पूर्व नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में आवाज उठाते हुए सपा मुखिया को चिट्ठी लिखी है।
सपा नेता ने कहा कि आप जानते हैं और आप के माध्यम से हम सभी जानते हैं कि डबल इंजन की सरकार का विश्वास संविधान सम्मत शासन में नहीं है, यह सरकार पिछड़े, अतिपिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और सवर्ण समाज के गरीबों का हक छीनकर अपने कुछ उद्यमी मित्रों और उनके हित को ही देश हित मानने वाले सामन्ती सोच के लोगों के ही हित में काम करती है। पत्र में आगे कहा गया हैं कि- इस डबल इंजन की सरकार की करतूतों की वजह से महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। आलम ये है कि रोजगार की चाह में यूपी के युवा इजराइल जा रहे हैं। गरीबी और भुखमरी से परेशान लोग आए दिन आत्महत्या कर रहे हैं और डबल इंजन की यह सरकार इसे राम राज बता रही है।
उन्होंने लिखा- आपके नेतृत्व में समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता और और नेता साम्प्रदायिकता और पाखंड के इस ज़हर का असर कम करने के लिए संघर्ष कर रहा है, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य भी भाजपा और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के इस ज़हर का मजबूती से प्रतिवाद कर रहे हैं. इसलिए वह भाजपा और संघ के निशाने पर है।अखिलेश यादव को भेजे गए पत्र में पूर्व नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी ने लिखा है ‘स्वामी प्रसाद मौर्य पिछड़े समाज से आते हैं और अपने जुझारू स्वभाव के चलते इस समाज में उनका एक विशेष स्थान हैं। ऐसे में उनका पदाधिकारी बने रहना समाजवादी पार्टी के हित में है इसलिए मेरा अग्रह है कि आप उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करें।
इसे भी पढ़ें- स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव पद से दिया इस्तीफा
इसे भी पढ़ें- नहीं मान रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, फिर दिया विवादित बयान, जानें क्या कहा
