रायबरेली। गांधी परिवार का गढ़ मानी जाने वाली उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट पर इस बार कांग्रेस की तरफ से कौन मैदान में होगा इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया। दरअसल अभी तक इस सीट से सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव लड़ती थीं लेकिन इस बार उन्होंने राज्यसभा के लिए नामांकन कर दिया है। ऐसे में जनता ये नहीं समझ पा रही है कि इस बार कांग्रेस से उनका नेता कौन होगा। वहीं गांधी परिवार के नजदीकी और पार्टी के तमाम नेता भी पशोपेश में हैं। हालांकि कांग्रेस समर्थकों को पूरा भरोसा है कि गांधी परिवार अपने किसी ख़ास सदस्य को ही लोकसभा चुनाव में रायबरेली से टिकट देगा।
बता दें कि वर्तमान में सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद हैं, लेकिन अब वे राज्यसभा जा रही हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव प्रत्याशी को लेकर यहां संशय की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोगों का मानना है कि राहुल गांधी तो अमेठी से चुनाव लड़ेंगे लेकिन प्रियंका गांधी भी इस बार मैदान में उतरेंगी और रायबरेली सीट से चुनाव लड़ेंगी। उनका कहना है कि अगर गांधी परिवार से कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगा तो देश में उनके प्रति गलत संदेश जायेगा।
उल्लेखनीय है कि गांधी परिवार ने रायबरेली में काफी विकास के कार्य किए हैं और यहां कि जनता के मन में उनके लिए अगाध प्रेम है। जनपद में स्थापित एनटीपीसी, रेलकोच, रेल पहिया कारखाना, एम्स और निफ्ट समेत तमाम प्रोजेक्ट हैं जो गांधी परिवार की देन हैं। रायबरेली की जनता का कहना है कि इस बार अगर प्रियंका गांधी चुनाव में नामांकन करती हैं और रायबरेली से सांसद बनती हैं तो जिले का विकास और तेजी से होगा क्योंकि जनता किसी और को यहां से संसद में भेजने को तैयार नहीं है।
उनका मानना है कि देश और दुनिया में रायबरेली की जो पहचान है वह सिर्फ गांधी परिवार की वजह से है। उधर अमेठी में भी राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो रही है। लोगों का कहना है कि अमेठी का जनता का मोह अब बीजेपी से भंग हो गया है। वे स्मृति ईरानी के कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं। हालांकि रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस किसे टिकट देगी ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
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