महराजगंज। उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के भारत-नेपाल सौनौली बार्डर से 10 घंटे के भीतर तीन चरणों में चरस की बड़ी खेप पड़की गई। इतनी बड़ी खेप इस तरह से पकड़े जाने से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं। वहीं पुलिस और खुफिया एजेंसियों के सर्तक और सघन जांच के बाद भी इतनी बड़ी खेप बरामद होने पर सवालिया निशान भी उठने लगे हैं। हालांकि पहले भी इस रास्ते को आतंकवादी इस्तेमाल कर चुके हैं। पाकिस्तान की सीमा हैदर भी इसी रास्ते से नोएडा तक पहुंची थीं।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को महाराजगंज पुलिस ने तीन चरणों में सघन चेकिंग अभियान चलाया जिसमें पुलिस और एसएसबी ने 5 महिलाओं और तीन पुरुषों को 90 करोड़ की चरस के साथ पकड़ा। पकड़े गए लोगों में एक नेपाली पुरुष, तीन नेपाली महिलाएं, एक बिहार और एक कुशीनगर की महिला और बिहार के दो पुरुष शामिल हैं।. इनके पास से 10 किलोग्राम, 71 किलोग्राम और 39 किलोग्राम चरस बरामद हुई थी. यानी कुल 120 किलोग्राम चरस बरामद हुई थी।
गौरतलब है कि इस बॉर्डर का इस्तेमाल पहले भी डी गैंग के गुर्गे धड़ल्ले से करते थे। छोटा राजन से लेकर मिर्जा दिलशाद बेग, म्यूजिक डायरेक्टर गुलशन कुमार की हत्या करने वाले परवेज टांडा जैसे आतंकी और कई बड़े माफिया भी इसी बार्डर का इस्तेमाल कर नेपाल जाते थे।
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