लखनऊ। विगत 18 फरवरी को आयोजित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान कृष्णानगर स्थित एक स्कूल में परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार के पास मिली सवालों के जवाब की पर्ची से पेपर लीक होने की आशंका जताई जा रही है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने वाले इंस्पेक्टर ने भी थाने में दी तहरीर में सुनियोजित तरीके से पेपर लीक होने की बात लिखी है। वहीं, परीक्षार्थी को सवालों के जवाब व्हाट्सएप पर भेजने वाला आरोपी नीरज अब तक पुलिस की पकड़ से दूर है। ऐसे में नीरज को प्रश्नों की जानकारी कहां से मिली, इस सवाल का जवाब नहीं मिल पा रहा है।
जानकारी के मुताबिक लखनऊ के कृष्णानगर के अलीनगर सुनहरा स्थित सिटी मॉडर्न एकेडमी स्कूल में 18 फरवरी को दूसरी पाली में पुलिस भर्ती परीक्षा हो रही थी। इस दौरान व्यवस्थापक के तौर पर इंस्पेक्टर रामबाबू, सिंचाई विभाग के जेई व स्टेटिक मजिस्ट्रेट अम्बरीश कुमार वर्मा, लोक निर्माण विभाग के जई व स्टेटिक मजिस्ट्रेट सौरभ यादव और केंद्र व्यवस्थापक प्रियंका सोनी की तैनाती की गई थी।
इसी बीच शाम 4:55 बजे कक्ष संख्या 24 की निरीक्षक वंदना कनौजिया और विश्वनाथ सिंह ने सूचना मिली कि परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार पर्ची से नकल कर ओएमआर शीट भर रहा है। इस पर जब अभ्यर्थी की तलाशी ली गई तो उसके पास से विभिन्न सवालों की पर्चियां मिलीं, जिससे परीक्षा केंद्र पर हड़कंप मच गया। सख्ती से पूछताछ करने पर सत्य अमन ने कबूला कि उसे 12 बजे के आसपास उसके दोस्त नीरज ने व्हाट्सएप पर सवालों के जवाब भेजे थे, जिसे उसने पर्ची पर उतार लिए थे, और अब उसी से कॉपी कर रहा है।
इंस्पेक्टर रामबाबू की तहरीर पर कृष्णानगर थाने में 19 फरवरी को परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार और नीरज के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। इसके बाद पुलिस ने सत्य अमन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन नीरज की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है।
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