नई दिल्ली। मंगलवार को गुजरात के आतंकवादी रोधी दस्ते ने भारतीय नौसेना और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ मिल कर अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) के अरब सागर में संयुक्त अभियान चला कर भारी मात्रा में ड्रग्स की जब्ती की। जांच दल ने एक ईरानी नौका को रोका और चालक दल के पांच सदस्यों को हिरासत में लिया। इनके पास से 3300 किलो ग्राम से अधिक का ड्रग्स बरामद हुआ है, जिसकी कीमत हजारों करोड़ रुपए में आंकी जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक से बारे में बात करते हुए संघीय मादक पदार्थ रोधी एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनसीबी और अन्य एजेंसियों ने मिलकर मादक पदार्थों की तस्करी के एक और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। देश में अब तक की सबसे अधिक अपतटीय जब्ती (मात्रा के आधार पर) की है। अधिकारी का कहना है कि ईरानी नौका से गिरफ्तार किए गए पांच लोग पाकिस्तानी या ईरानी हो सकते हैं। हालांकि उनके पास से राष्ट्रीयता से जुड़ा कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुआ है। अधिकारी ने बताया कि जांच एजेंसियों द्वारा पकड़ी गई ईरानी नौका में लगभग 3300 किलोग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ (3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम मेथामफेटामाइन 25 किलोग्राम मॉर्फिन) था।
एजंसियों द्वारा की गई इस जब्ती की कार्रवाई पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के नशामुक्त भारत के सपने ध्यान में रखते हुए हमारी एजेंसियों ने आज देश में मादक पदार्थ की सबसे बड़ी जब्ती करने में सफलता हासिल की। एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस द्वारा किए गए एक संयुक्त अभियान में, 3132 किलोग्राम ड्रग्स की एक बड़ी खेप पकड़ी गई है। यह ऐतिहासिक सफलता हमारे देश को नशा मुक्त बनाने की हमारी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मैं एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस को बधाई देता हूं।’
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