जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे सियासत में भी गर्माहट देखने को मिल रही है। बीजेपी जहां सत्ता में रहने के लिए हर मुमकिन जोड़ तोड़ में जुटी हुई है। वहीं विपक्ष उसे सत्ता से बेदखल करने के लिए गोटियां बिछा रहा है। इसके लिए इंडिया गठबंधन की नींव रखी गई थी, लेकिन इसमें भी सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बन पा रही थी। हालांकि अब उसमें सीटों को लेकर समझौता हो गया है और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा के बीच शीट शेयरिंग हो गई है जबकि दिल्ली समेत पांच राज्यों में लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में समझौता हो गया है। इसे लेकर बीते शनिवार को आप और कांग्रेस के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दोनों पार्टियों के नेताओं ने बताया कि हरियाणा में कांग्रेस नौ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और कुरूक्षेत्र से एक सीट आप के हिस्से में गई है। इसी तरह चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव मैदान में होंगे। हालांकि पंजाब को लेकर अभी भी ख़ामोशी बनी हुई है।
पंजाब में बुलंद हैं ‘आप’ के हौसले
पंजाब में 13 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 8, अकाली दल को 2, भाजपा को 2 और आप को 1 सीट मिली थी। बता दें कि मौजूदा समय में पंजाब में आप की सत्ता है और वह पूरी तरह से इसे भुनाने की कोशिश कर रही है। पंजाब में 2022 में हुए विधान सभा चुनाव ने आप ने जबरदस्त सफलता हासिल करते हुए 117 में से 92 सीटें जीत ली थी, जिससे उसके हौसले अभी भी बुलंद हैं। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य के कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए आप उसे एक भी सीट देने को राजी नहीं हो रही है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि आम आदमी पार्टी विधान सभा चुनाव के नतीजों को आधार बना कर सीट शेयरिंग कर रही है, लेकिन सच तो ये भी है लोकसभा चुनाव में आप ने भी यहां कुछ खास कमाल नहीं दिखाया था। ऐसे में कांग्रेस भी उसे 2019 के आंकड़े याद दिला रही है। यही वजह है कि पंजाब को लेकर गठबंधन में अभी बात नहीं बन पाई है।
पंजाब में आप और कांग्रेस 10-3 के फॉर्मूले से लड़े चुनाव
हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर वहां आप और कांग्रेस 10-3 के फॉर्मूले के साथ चुनाव मैदान में उतरती है है उसे ज्यादा लाभ मिलने के आसार हैं। उल्लेखनीय है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब में कांग्रेस और उसके घटक दलों को 40.12 फीसदी वोट मिले थे जबकि आप को महज 7.38 फीसदी वोट से ही संतोष करना पड़ा था, लेकिन 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे ठीक इसके उलट आये थे। विधानसभा चुनाव में यहां आप को 42.01 फीसदी वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को करीब 23 फीसदी वोट मिले थे। इधर उत्तर प्रदेश में भी सीट बंटवारे को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच सहमति बन गई है। कांग्रेस यूपी में 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि बाकी 63 सीटें सपा और गठबंधन से जुड़ी अन्य पार्टियां चुनाव लड़ेंगी। वहीं गुजरात में कांग्रेस 24 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि आप को भावनगर और भरूच सीट दी गई है। कांग्रेस चंडीगढ़ और गोवा की दो लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी।
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