लखनऊ। लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने गठजोड़ शुरू कर दिया है। यूपी बीजेपी में भी टिकट के
लिए पदाधिकारी गुना भाग गए रहे हैं। सूबे की 80 लोकसभा सीटों में से 51 सीटों पर पार्टी पहले ही कैंडिडेट के नामों का ऐलान कर चुकी है। इसके अलावा बीजेपी 6 सीट एनडीए में शामिल अन्य दलों को दे रही है। ऐसे में अब पार्टी में 23 सीटों को लेकर मंथन चल रहा है। इस बीच कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह के नाम सुर्ख़ियों में हैं।
वहीं, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, मेरठ, गाजियाबाद, रायबरेली की लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर भी पार्टी में विचार-विमर्श चल रहा है। बता दें कि कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों से हुए विवाद के बाद से लगातार सुर्ख़ियों में हैं। दरअसल महिला पहलवानों ने उनके ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाया है। पीड़ित पहलवानों ने उनके खिलाफ आंदोलन भी चलाया। वे महीनों जंतर मंतर पर बैठी रहीं। पहलवानों के आरोपों के बाद बृजभूषण के टिकट पर अगर संकट आता है तो संभावना है कि उनकी पत्नी केतकी देवी व बेटे प्रतीक भूषण सिंह को बीजेपी से टिकट दिया जाये।
चर्चा ये भी है कि बीजेपी बची कई सीटों पर नए उम्मीदवार उतार सकती है। इनमें रायबरेली, पीलीभीत और सुल्तानपुर जैसी सीट शामिल हैं। सुल्तानपुर और पीलीभीत में सीट से मौजूदा समय में मेनका गांधी और उनके वरुण गांधी सांसद हैं। वहीं देवरिया में रमापति राम त्रिपाठी का टिकट करने की आशंका जताई जा रही है। बलिया में वीरेंद्र सिंह मस्त को लेकर भी स्थानीय जनता में नारजगी है। ऐसे में उनका टिकट भी कट सकता है।
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