लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे जिलों में स्थित मदरसों की जांच के बाद एसआईटी ने 13 हजार मदरसों को बंद करने की सिफारिश की है। इसके बाद से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव बीजेपी की योगी सरकार पर हमलावर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ मदरसों को ही नहीं बल्कि संस्कृत स्कूलों को भी जल्द ही बंद करा देगी।
दरअसल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रयागराज के दौरे पर थे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बात की इस दौरान जब उनसे यूपी में मदरसों को बंद करने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ एक समाज नहीं बल्कि पूरे देश की दुश्मन है। वह संस्कृत विद्यालयों को भी बंद कराएगी।
उन्होंने कहा कि हमारे उत्तर प्रदेश और देश में आजादी थी कि संस्कृत पढ़ाई जाए, मदरसों में पढ़ाई उनके हिसाब से की जाए जो मदरसा बोर्ड है, जिन परिस्थितियों में संस्कृत बोर्ड बना होगा, संस्कृत विद्यालय बने होंगे, ये सिर्फ मदरसे बंद कर नहीं कर रहे, ये संस्कृत के विद्यालय भी बंद कर रहे हैं।’ सपा मुखिया ने कहा “जो सुविधाएं नेता जी (मुलायम सिंह) ने.. समाजवादियों ने संस्कृत के शिक्षकों, गुरुओं के लिए या संस्कृत की संस्थाओं के लिए दिया था, बीजेपी उसे भी छीन रही है।’
आपको बता दें कि बीते दिनों अवैध मदरसों को लेकर बनी एसआईटी अपनी रिपोर्ट योगी आदित्यनाथ सरकार को सौंप दी है, रिपोर्ट में कहा गया है कि 13 हजार मदरसे बन करने की जरूरत है। एसआईटी ने जिन मदरसों को बंद करने की सिफारिश है उनमें से अधिकतर मदरसे हैं भारत-नेपाल की सीमा पर स्थित है।
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