सीतापुर। यूपी के सीतापुर जिले में स्थित पौराणिक धार्मिक स्थल नैमिषारण में 84 कोसी परिक्रमा शुरू हो गई है। आज यानी सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में घंटा-घड़ियाल और शंख की ध्वनि के साथ आदि शक्ति मां ललिता मंदिर के समीप के चौराहे पर चौरासी कोसी समिति के अध्यक्ष ने डंका बजाया गया और इसी के साथ रामादल अपने पहले पड़ाव कोरौना के लिए निकल पड़े। इस दौरान साधु- संतों, महंतों और श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश की गई।
प्रशासानिक अधिकारी, पुलिस और पालिका अधकारियों ने भी सभी को फूलों की माला पहनाई और पुष्पवर्षा की।
मोक्ष प्रदान करने वाले इस परिक्रमा पथ पर आज सुबह से भक्ति का जन सैलाब उमड़ा हुआ है। इस 84 कोशी परिक्रमा में हाथी घोड़ा पालकी रथ के साथ ही पैदल श्रद्धालु शामिल हुए। इस दौरान लोग राम नाम की धुन पर नाचते और झूमते नजर आये। परिक्रमा में लगे लोग पहले पड़ाव कोरौना के लिए प्रस्थान कर गए।
बता दें कि परिक्रमा का पहला पड़ाव कोरौना है। इसके बाद मंगलवार की भोर में सभी दूसरे पड़ाव हरैया के लिए निकल जाएंगे। सीतापुर और हरदोई में कुल 11 पड़ाव होंगे। अंतिम पड़ाव मिश्रिख होगा जहां पर पंच कोसी परिक्रमा की जाएगी।
कब और कहां होगा पड़ाव
11 मार्च सोमवार को प्रथम पड़ाव कोरौना
12 मार्च मंगलवार को हरैया
13 मार्च बुधवार को नगवा कोथावां
14 मार्च गुरुवार को गिरधरपुर उमरारी
15 मार्च शुक्रवार को साकिन गोपालपुर
16 मार्च शनिवार को देवगवां
17 मार्च रविवार को मडेरुवा
18 मार्च सोमवार को जरिगवां
19 मार्च मंगलवार को नैमिषारण्य
20 मार्च बुधवार को कोल्हुवा बरेठी
21 मार्च गुरुवार से मिश्रिख पहुंचकर परिक्रमा समाप्ती. हालांकि यहां पर पंचकोसी परिक्रमा को प्रारंभकर 25 मार्च को इसका समापन होगा। दधीचि कुंड तीर्थ में बुडकी स्नान कर सभी परिक्रमार्थी अपने घर चले जाएंगे।
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