कानपुर। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को एक फिर से बड़ा झटका लगा है। यहां कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पार्टी के कद्दावर नेता माने जाने वाले अजय कपूर ने बीजेपी से हाथ मिला लिया है। अजय कपूर के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी में नए नेताओं को आगे आने का मौका मिलेगा। इधर भाजपा में उनके आने से स्थानीय इकाई में भी खींचतान मचेगी।
अजय कपूर यहां से कांग्रेस के टिकट पर तीन बार के विधायक रह चुके हैं और लगातार चुनाव भी लड़ते आए हैं। ऐसे में वह भाजपा में भी अपनी मजबूत जगह बनाने की कोशिश करेंगे। अजय कपूर के बीजेपी में शामिल होने से भाजपाइयों में जहां पार्टी का कुनबा बढ़ने की खुशी है। वहीं पार्टी के टिकट पर जो लोग आने वाले समय में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं उनकी मंशा पर पानी फिर सकता है।
बता दें कि पंजाबी वोट बैंक के अलावा भी अजय कपूर का शहर के दक्षिण क्षेत्र में अच्छा वोट बैंक है, जिसका फायदा बीजेपी को मिलेगा। अजय कपूर विधानसभा अध्यक्ष यूपी और कानपुर में भाजपा के बड़े नेता सतीश माहना के करीबी भी माने जाते हैं।
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