- पीड़ितों को सबसे ज्यादा समय देने वाले कप्तान
- आखिर क्या है बाराबंकी पुलिस की अदृश्य शक्ति ?
- संजय सिंगला और आशीष सिसोदिया को भारी पड़ा बाराबंकी में सक्रियता
- जालसाजी व ठगी करने वालों के खिलाफ बाराबंकी पुलिस की सख्त कार्यवाही
बाराबंकी। बाराबंकी कप्तान दिनेश कुमार सिंह की क्लीन पुलिसिंग ने दागदार पुलिसकर्मियों से लेकर अपराधियों तक की कमर तोड़ दी। दिनेश कुमार सिंह गाजीपुर के मूल निवासी हैं। लखनऊ में तैनात दिनेश कुमार सिंह को बाराबंकी का 81वां कप्तान बनाया गया। जिनके सामने क्लीन पुलिसिंग के पैमाने को बरकरार रखना और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाकर कार्रवाई करना एक बड़ी चुनौती बनी जिसके बाद बाराबंकी कप्तान दिनेश कुमार सिंह ने अपनी बेबाक और ईमानदार कार्यशैली के साथ पुलिसिंग में अनूठे प्रयोग के साथ नये उदहारण बनाये। बाराबंकी शहर में छोटी घटना हो या फिर बड़ी, सभी पर बाराबंकी कप्तान दिनेश कुमार सिंह बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। अवैध खनन से लेकर मोबाइल खोने तक की घटनाओं में बाराबंकी पुलिस के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है.
शानदार पुलिसिंग !…जेल में अपराधी या तो जिले से बाहर
बाराबंकी से संगठित गिरोह की कमर टूट चुकी है तो वही नशा और मादक पदार्थो की तस्करी के प्रसिद्ध बाराबंकी ज़िले से अब नशे से जुड़े तस्करो ने जिला छोड़ दिया है। संजय शिंघला पर बाराबंकी ने जब कार्यवाही की तो उसके गिरोह की कमर टूट गयी। इस मामले में बाराबंकी पुलिस के बारे में कहा जाता है इस समय कोई अदृश्य शक्ति जो बाराबंकी पुलिस के साथ खड़ी है क्योकि शातिर भूमाफिया के साम्राज्य से हर कोई परेशान था जिस पर बाराबंकी पुलिस ने कार्यवाही कर एक मिसाल कायम की है।
- राज्यस्तरीय भूमाफिया संजय सिंघला की 25 जनवरी की रात मौत हो गई। संजय जिला कारागार में बंद था। तबीयत खराब होने के कारण, उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सिंगला पर गैंगस्टर सहित करीब ढाई दर्जन अपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
- शहर में लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनाओं व बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से बाराबंकी पुलिस के निर्देश पर अभियान भी चलाया गया। धन दोगुना कराने के नाम पर चिटफंड कंपनी खोल कर लोगों से ठगी करने वाले ठग आशीष सिसोदिया को बाराबंकी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। कई बड़े अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी और आज वो जेल में बंद है।
देशभर की पुलिस से बचे – बाराबंकी पुलिस ने सिखाया सबक
कहते हैं कि असरदार पुलिसिंग वो है जिससे अपराधों पर अंकुश हो और अपराधी प्रवृत्ति में सुधार हो और इस मामले में बाराबंकी पुलिस को शायद कोई अदृश्य शक्ति की मदद मिल रही है। जिस अपराधी पर लखनऊ समेत प्रदेश भर की पुलिस कुछ न कर पा रही हो जिससे RBI और सरकार भी परेशान हो गयी हो। देशभर में 10, लाख पीड़ितों से तक़रीबन 1,000 करोड़ रुपये की ठगी कर पूरे देश की पुलिस का कद छोटा साबित हो चुका है । ऐसे ही एक गिरोह को बाराबंकी पुलिस ने धर दबोचा। बाराबंकी पुलिस की कार्यवाही के बाद देश और प्रदेश का सबसे बड़ा ठग सलाखों के पीछे चला गया और बाराबंकी पुलिस की कार्यवाही के बाद बाकी शहरो की पुलिस भी उक्त गिरोह पर कार्यवाही करना शुरू कर देती है।
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