लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ और मोहनलालगंज संसदीय सीट से बीजेपी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद भी बसपा ने अभी तक इन दोनों सीटों पर पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि, बसपा के भीतर इस सीट को लेकर खींच तान मची हुई हैं। पार्टी सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि लखनऊ सीट के लिए पांच और मोहनलालगंज सीट के लिए तीन उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट अध्यक्ष मायावती के पास पहुंच गई है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान तीन दिन के भीतर कर दिया जाएगा।
बीजेपी ने लखनऊ सीट से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मोहनलालगंज सीट से शहरी आवास राज्य मंत्री कौशल किशोर को उम्मीदवार बनाया है। सपा ने लखनऊ मध्य से विधायक रविदास मेहरोत्रा और पूर्व मंत्री आर.के. चौधरी मोहनलालगंज के रहने वाले हैं अपर भरोसा जताया है। बता दें कि आर.के. चौधरी ने 2019 का लोकसभा चुनाव मोहनलालगंज से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लड़ा था।
मोहनलाल गंज पर कभी था सपा का दबदबा
समाजवादी पार्टी भले ही राजधानी के टाउन हॉल में अपना झंडा गाड़ने में सक्षम न हो, लेकिन क्षेत्रीय राजधानी मोहनलालगंज में उसका पलड़ा भारी है। यहां से उसके अंतिम दो उम्मीदवारों, भारतीय जनता पार्टी के कौशल किशोर जी ने सीट जीती थी। 2019 मे हुए चुनाव की मतगणन के दौरान सुबह की पाली मे पहले यहां सपा आगे थी। 2009 में सपा की सुशीला सरोज, 2004 में जय प्रकाश और 1999 में रीना चौधरी ने जीत हासिल की थी। इससे पहले 1996 में यहां बीजेपी की पूर्णिमा वर्मा और 1991 में बीजेपी के छोटेलाल ने जीत हासिल की थी।
लखनऊ में नए चेहरे पर भरोसा जता सकती है बसपा
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को लखनऊ और मोहनालगंज संसदीय सीटों के लिए जिन दिग्गज नेताओं की लिस्ट मिली हैं उनमें नए और पुराने दोनों नाम शामिल है। सूत्रों का कहना है कि बसपा लखनऊ सीट पर कोई नया चेहरा सामने ल सकती है, लेकिन मोहनगंज में वह पुराने चेहरों पर ही अपना दावा लगाना चाहती है। 2019 के चुनाव में एसपी-बीएसपी गठबंधन के तहत सपा ने लखनऊ सीट से शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम को उम्मीदवार बनाया था। उल्लेखनीय है कि मोहनालगंज विधानसभा सीट पर सपा और बीजेपी का ही कब्जा है। हर बार बसपा प्रत्याशी मजबूती से चुनाव लड़े लेकिन असफल रहे। 1996 में बीजेपी की पूर्णिमा वर्मा, 1999 में एसपी की लीना चौधरी, 2004 में एसपी के जय प्रकाश रावत, 2009 में एसपी की सुशीला सरोज और 2014 और 2019 में बीजेपी से कौशल किशोर सांसद चुने गए।
इसे भी पढ़ें- कांग्रेस को झटका देने के मूड में बसपा, अमेठी-रायबरेली से उतारेगी प्रत्याशी
इसे भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2024: मुरादाबाद सीट से बसपा ने इन्हें उतारा मैदान में
