नई दिल्ली। इनकम टैक्स विभाग द्वारा बैंक खाते फ्रीज किए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। वहीं कोर्ट जाने से आधे घंटे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी हेडक्वार्टर में पत्रकारों से बात की और बीजेपी पर तीखा प्रहार किया।
प्रेसवार्ता में तीनों नेताओं ने एक सुर में कहा कि आम चुनाव से पहले बैंक खातों को फ्रीज करवाकर केंद्र सरकार ने देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी को कमजोर करने की साजिश की है। ऐसे में फ्री और फेयर इलेक्शन की बात कैसे संभव हो सकती है। पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान हो चुका है। लोकतंत्र के लिए यह आवश्यक है कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराए जाएं और सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर दिया जाए। ED, IT और अन्य एजेंसियों पर किसी का नियंत्रण नहीं होना चाहिए।
ये नहीं कि जो सत्ता में है, संसाधनों पर उनकी मोनोपॉली हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो। खड़गे ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की स्कीम को अवैध व असंवैधानिक कहा है, उसी स्कीम के तहत भारतीय जनता पार्टी ने हजारों-करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में भर लिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है, ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी के साथ चुनाव न लड़ पाएं।
राहुल गांधी बोले
कांग्रेस नेता और वायनाड़ सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए लेकिन इसे न तो किसी कोर्ट ने संज्ञान लिया और न ही चुनाव आयोग ने। हमें देश के 20 फीसदी लोगों ने वोट किया। हम उनका प्रतिनिधित्व करते हैं। कांग्रेस के बैंक खाते नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र को फ्रीज किया गया है।
सोनिया गांधी का बयान
मीडिया से बात करते हुए पार्टी की वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार की मुखिया सोनिया गांधी ने कहा है कि चुनाव से ठीक पहले पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करके कांग्रेस को पंगु बनाने की कोशिश की गई है। ये लोकतंत्र पर करारा हमला है।
कांग्रेस नेता अजय माकन बोले
खाते फ्रीज होने से नाराज कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हमारे पास जो मुद्दा है वह बेहद गंभीर है। इससे न सिर्फ कांग्रेस प्रभावित होगी, बल्कि लोकतंत्र भी खतरे में है। हमारे अकाउंट का पैसा जबरन छीना जा रहा है। ऐसे में हम कुछ भी बेहतर नहीं कर सकते हैं। हम ढंग से चुनाव प्रचार भी नहीं कर सकेंगे। इलेक्टोरल बॉन्ड ने सिर्फ BJP को ही सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाया है। ये जनता की लड़ाई है, आप हमें सपोर्ट नहीं करेंगे तो न लोकतंत्र जिंदा रहेगा, न ही आप और हम।
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने विगत 13 फरवरी को कांग्रेस पार्टी को 105 करोड़ के बकाया टैक्स की वसूली के लिए नोटिस भेजा था। विभाग ने कांग्रेस पर 210 करोड़ का जुर्माना लगाया और बैंक खाते फ्रीज कर दिए थे। इनकम टैक्स की इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस नेता और वकील विवेक तन्खा ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की है। बुधवार को कोर्ट ने कांग्रेस के बैंक खातों पर IT एक्शन को रोकने की याचिका खारिज कर दी है।’
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