चुवानी बिगुल बजा, और शाशन प्रशासन की धड़कने तेज हो गई। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीखें नजदीज आ रही है। फेर बदल का सिलसिला शुरू हो चूका है। देश के सबसे बड़े चुनाव होने है, ऐसे में ज़िम्मेदारों ने ज़िम्मेदारी उठाना शुरू कर दिया है।
दरअसल आगामी चुनावो को देखते हुए चुनाव आयोग सख्त होता दिख रहा है। बता दें की 7 चरणों में चुनावों को कराने के लिए आयोग कई सख्त फैसले ले रहा है। इसका साफ़ उद्धरण उत्तरप्रदेश में हुआ बड़ा बदलाव है। खबरों का बाज़ार शांत था की अचानक सूबे में गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे संजय प्रसाद की एक ही झटके में कुर्सी से हटा दिया गया। दिलचस्प बात ये है की प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बेहद करीबी और भरोसेमंद अफसर माना जाता है।
संजय प्रसाद की जगह 1990 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार को देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के गृह विभाग की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
बेदाग छवि रखते हैं, IAS दीपक कुमार
जब बात आईएएस दीपक कुमार की होती है तो उन्हें बेदाग अफसरों की गिनती में गिना जाता है। जानकारों की मानें तो यही कारण है की चुनाव आयोग ने दीपक कुमार के नाम पर अपनी अंतिम मुहर लगा दी है। आइए जानते हैं कौन हैं IAS दीपक कुमार?
कौन हैं IAS दीपक कुमार?
दीपक कुमार का जन्म 1966 में पटना में हुआ था। उन्होंने इतिहास और अंतर्राष्ट्रीय विकास नीति विषय से एमए की पढ़ाई की है। 1990 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार ने मसूरी में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, 1991 में उन्हें गोरखपुर में कार्यकारी मजिस्ट्रेट के पद पर पहली जिम्मेदारी मिली थी। उन्होंने 1993 में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में बाराबंकी और कर्वी बांदा में जिम्मेदारी संभाली थी।
इसके बाद 1997 में उन्होंने मजिस्ट्रेट एवं कलेक्टर पद को पौड़ी गढ़वाल में संभाला और 1998 में फैजाबाद में भी इसी पद पर कार्य किया। उन्होंने जालौन और गौतमबुद्ध नगर में भी यही जिम्मेदारी संभाली। 2002 में उन्होंने अलीगढ़ और बस्ती के पद पर कार्य किया। इसके बाद 2003 में उन्हें अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात किया गया। इस प्रकार, दीपक कुमार ने अपने करियर में बड़े-बड़े पदों पर कार्य करके सभी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निभाया है।
जूनियर होने पर भी मिली ज़िम्मेदारी!
गृह विभाग की ज़िम्मेदारियाँ मिलने से पहले दीपक कुमार अपर मुख्य सचिव वित्त और माध्यमिक शिक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।आप की जानकरी के लिए बता दें की गृह सचिव के पद के लिए 3 नाम रेस में शामिल थे,इसमें अपर मुख्य सचिव लेवल के 1989 बैच के दो अफसर शामिल थे। मनोज सिंह और देवेश चतुर्वेदी 1989 बैच के आईएएस अधिकारी है। मनोज और देवेश से एक साल जूनियर होने के बाद भी चुनाव आयोग ने दीपक कुमार के नाम पर अपनी सहमति जता दी है।