लखनऊ। एक तरफ तो इंडिया गठबंधन दिल्ली में रैली कर देश भर को विपक्षी एकजुटता का संदेश दे रहा था। वहीं दूसरी तरफ ठीक उसी वक्त उत्तर प्रदेश में गठबंधन के दो धड़ों ने अलग होने का ऐलान कर दिया है। पीडीए का नारा बुलंद करने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया है, तो सपा विधायक पल्लवी पटेल ने पिछड़ा, दलित, मुसलमान (पीडीएम) न्याय मोर्चे की घोषणा कर दी है। ऐसे में अब प्रदेश में इंडिया गठबंधन का मतलब सिर्फ सपा और कांग्रेस ही रह गया है। हालांकि कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी को गठबंधन के तहत भदोही सीट दी गई है।
पल्लवी पटेल ने किया पीडीएम न्याय मोर्चा का ऐलान
बता दें कि उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल सपा के साथ विभिन्न दल एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने का भरपूर प्रयास कर रहे थे, लेकिन चंद दिनों के बाद ही उनमें बिखराव देखने को मिलने लगा। सपा ने कांग्रेस को अमेठी, रायबरेली और वाराणसी सहित 17 सीटें दीं। इस बीच सपा के सिंबल पर विधायक बनीं अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिया। पल्लवी पटेल ने सपा पर पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की अनदेखी का आरोप लगाया। उनकी पार्टी ने फूलपुर, मिर्जापुर, कौशांबी से प्रत्याशी उतारने का भी ऐलान कर दिया है। गत दिवस यानी रविवार को पल्लवी पटेल ने एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के साथ मंच साझा किया और पीडीएम न्याय मोर्चा का ऐलान किया। उधर पल्लवी के इस कदम पर सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने सवाल उठाया और कहा पल्लवी पटेल सपा की विधायक हैं। ऐसे ने उन्हें अलग मोर्चा बनाने से पहले नैतिकता के आधार पर विधायक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
कुशीनगर से चुनाव मैदान में उतरे स्वामी प्रसाद मौर्य
वहीं अखिलेश यादव के साथ पीडीए की वकालत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी सपा का साथ छोड़कर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी बना ली है और अब कुशीनगर से खुद चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। सपा गठबंधन में शामिल रहे जनवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय चौहान को उम्मीद थी कि गठबंधन के तहत उन्हें घोसी से टिकट दिया जायेगा लेकिन सपा ने राजीव राय को उम्मीदवार बना दिया। इसी तरह पीडीए का नारा देने वाले आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद ने नगीना से पर्चा दाखिल कर दिया है। वहीं महान दल चुनाव मैदान में नहीं है। दल के अध्यक्ष केशवदेव मौर्य ने सपा-बसपा को समर्थन देने और कांग्रेस-भाजपा उम्मीदवार का विरोध करने की घोषणा की है।
इसे भी पढ़ें- यूपी लोकसभा चुनाव सर्वे: मजबूत स्थिति में BJP-NDA, जानें इंडिया गठबंधन का हाल
इसे भी पढ़ें- यूपी में भी टूटा इंडिया गठबंधन, सपा ने दिया ‘एकला चलो’ का संदेश