लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी नेता और बदायूं सांसद संघमित्रा मौर्य पर तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, उन्हें संघमित्रा को अपनी बेटी कहने में शर्म आती है। उनकी ये टिप्पणी तब आई जब संघमित्रा के रोने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, संघमित्रा ने अपने पिता के चरित्र के विपरीत व्यवहार किया है। उदाहरण के लिए मंच पर रोना, सिर्फ इसलिए कि मेरी एक बेटी है इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उसकी गलतियों को माफ कर सकता हूं। रोना-धोना छोटी और बचकानी बातें हैं।
सपा के पूर्व नेता ने कहा कि मुझे उनका टिकट कटने का कोई दुख नहीं है, टिकट तो कटना ही था। मैंने उससे कहा भी था कि उसे आरक्षण ख़त्म करने वाले दल के साथ नहीं खड़ा होना चाहिए। अनुसूचित जाति और जनजाति की राजनीति करने वाले लोग अगर उनका आरक्षण ख़त्म करने वालों के साथ खड़े हैं, तो इसे बिल्कुल भी उचित नहीं कहा जा सकता है। सपा के पूर्व नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से रोकती है।
ये था संघमित्रा जा बयान
दरअसल, मंगलवार को बदायूं में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा से पहले बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह रोती हुई नजर आ रही थीं। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए संघमित्रा ने कहा था कि उनके बगल में बैठी यूपी सरकार की मंत्री गुलाबो देवी ने उन्हें राजा दशरथ की कहानी सुनाई, जिसे सुनकर वह भावुक हो गईं थी और उनकी आंखों में आंसू आ गए। संघमित्रा ने यह भी कहा कि वह टिकट कटने जैसी बातों से नाराज नहीं हैं।
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