जहाँ एक ओर ईमानदार छवि वाले लखनऊ कमिश्नर एसबी शिरोडकर और जेसीपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल की क्राइम कंट्रोल अभियान की चर्चा पूरे देश में की जा रही है तो वही गोमतीनगर थाने के भ्रष्ट थानेदार दीपक पांडेय पूर्वी कमिश्नरेट के लिए कलंकित और लगातार लखनऊ पुलिस के क्राइम कंट्रोल अभियान की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं। ताजा मामला मंगलवार दोपहर का है…… जहाँ अपराधियों ने गोमती नगर के मिठाई वाला जंक्शन के पास एक ठेकेदार के ड्राइवर से मारपीट कर एसयूवी लूटकर भाग गए। एसयूवी लूटकर भाग रहे बदमाशों से हनीमैन क्रॉसिंग के पास एसयूवी पलट गई इसके बाद ये बदमाश उग्र हो गए, उन्होंने दूधवाले को पीटा और उसकी बाइक लूट ली। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और सीसीटीवी फुटेज का इस्तेमाल कर जांच शुरू कर दी है। जांच से पता चला कि हमलावर गली गली होकर भागे हैं। ताकि उनको आसानी से ट्रेस न किया जा सके।
इंदिरानगर के तकरोही निवासी दिनेश यादव पेशे से बिल्डर हैं। उनका कार्यालय मिठाई वाला चौराहे के पास है जो की गोमतीनगर थाने से कुछ ही दूरी पर है। बाराबंकी निवासी ड्राइवर शान बाबू उनको दफ्तर लेकर गए थे। दिनेश एसयूवी से उतरकर दफ्तर चले गए थे और शान बाबू पास में एसयूवी लगाकर बैठ गए थे !तभी दो बदमाश आए एक ने उनकी गर्दन पकड़ी और दूसरे ने पैर,मारपीट कर उनको नीचे फेंक दिया और एसयूवी लूटकर भाग निकले। हैनीमैन चौराहे के पास एक गली से जब वह गुजर रहे थे तभी एसयूवी पलट गई। इसके बाद बदमाश बाहर निकले और बाइक से गुजर रहे एक दूध वाले विशाल को पकड़ लिया उनको पीटा और बाइक लूटकर भाग गए।
ये पूरी वारदात गोमतीनगर थाने से कुछ ही दूर की है जहाँ अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। गोमतीनगर थाने की कमान मौजूदा समय में दीपक पांडेय के हाथों में है। गोमतीनगर थाना क्षेत्र जालसाजों और ठगी करने वालों के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र में ऑफिस खोलकर पिछले दो सालों में तकरीबन 2 लाख करोड़ की ठगी कर कंपनियां फरार हो चुकी है। दीपक पाण्डेय के कमान संभालते ही इन मामलों की विवेचना में अब पुलिस व्यस्त रहती है धारा बढ़ाने ,धारा घटाने व पेशबंदी के मुकदमे लिखने में थाने की पुलिस व्यस्त रहती है। हाल ही में पिछले दिनों कोर्ट से भगौड़ा घोषित और दर्जनों जिलो में वंचित एक अपराधी की थाने पर आवभगत और उक्त अपराधी के कहने पर गोमतीनगर पुलिस द्वारा पीड़ितों पर ही मुकदमा लिखा दिया जाता है जो काफी चर्चा का विषय बना ! इतना ही नहीं रेप पीड़िता के पति पर भी उक्त अपराधी के कहने पर मुकदमा दर्ज करा दिया जाता है । गोमतीनगर की स्थानीय पुलिस हमेशा ACP ,ADCP और DCP को गुमराह कर अपनी कमियाँ छुपाते आयी है। गोमतीनगर थाने में भ्रष्ट पुलिस विवेचकों का जमावडा है। वसूली व कमाई वाले मामले में व्यस्त स्थानीय पुलिस गस्त व चौकसी नहीं बरतती। जिसकी वजह से ये पूर्वी कमिश्नरेट के लिए कलंक साबित हो रही है।
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