अयोध्या। रामनगरी की सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में दर्शन की नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। मंदिर के निकास मार्ग पर एक वीआईपी लेन बनाई गई है, जिससे सिर्फ विशिष्ठ लोगों को ही हनुमान जी के दर्शन कराये जायेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि नई व्यवस्था लागू होने से यहां भीड़ का दबाव कुछ कम हो जायेगा।
बता दें कि हनुमानगढ़ी में रोजाना दो लाख से अधिक भक्त दर्शन-पूजन करने आ रहे हैं। हनुमानगढ़ी के हनुमंतलला अयोध्या के राजा के रूप में पूजित-प्रतिष्ठित हैं। मान्यता है कि अयोध्या आने पर सबसे पहले हुनमानलला के दरबार में हाजिरी लगानी अनिवार्य होती है। यही वजह है कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालु हनुमानगढ़ी में माथा टेकना नहीं भूलते। वैसे तो हनुमानगढ़ी में पहले से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगती रही है लेकिन राममंदिर के उद्घाटन के बाद से इसमें और इजाफा हो गया। इसे देखते हुए हनुमानगढ़ी अखाड़ा ने पिछले दिनों बैठक कर हनुमानगढ़ी में यात्री सुविधाएं विकसित करने की योजना बनाई थी, जिस पर तेजी से काम चल रहा है।
संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास का कहना है कि रामजन्मभूमि की तरह ही हनुमानगढ़ी में भी हर दिन बड़ी संख्या में लोग आते हैं। वहीं विशिष्ठ जनों का भी रोजाना आना जाना लगा रहता है, लेकिन कई बार भीड की वजह से उन्हें काफी मुश्किल फेस करनी पड़ती है। भीड़ के चलते उन्हें असुविधा न हो इसके लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी जब भी अयोध्या आते हैं, वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी दर्शन के लिए पहुंचते हैं। वहीं जब से राम मंदिर का उद्घाटन हुआ है, तब से देश के अन्य राज्यों के भी मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मंत्री, सांसद सहित न्यायिक व प्रशासनिक सेवा से जुड़े विशिष्ट लोग आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें कोई असुविधा न हो इसे देखते हुए ही ये नई व्यवस्था लागू की गई है।
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