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कंगना रनौत ने क्यों बताया सुभाष चंद्र बोस को देश के पहले प्रधानमंत्री…जाने क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली। अभिनेत्री और हिमांचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने उस समय हंगामा खड़ा कर दिया जब उन्होंने गलती से सुभाष चंद्र बोस को भारत का पहला प्रधानमंत्री बता दिया। दरअसल एक टेलीविजन साक्षात्कार में, रनौत ने कहा, “मुझे एक बात बताओ, जब हमें आजादी मिली, तो भारत के पहले पीएम नेताजी सुभाष चंद्र बोस कहां गए थे?”

पहले भी बता चुके है बोस को प्रधानमंत्री-

आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब किसी प्रमुख हस्ती ने सुभाष चंद्र बोस को भारत का प्रथम प्रधानमंत्री बताया है। कुछ समय पहले बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने पीएम मोदी को कोट करते हुए गलत दावे के साथ एक ट्वीट किया जिसमें कहा गया कि सुभाष चंद्र बोस को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री हैं।इसके लिखित प्रमाण हैं कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे। सुभाष चंद्र बोस ने 21 अक्टूबर, 1943 को सिंगापुर में आजाद हिंद (आजाद भारत) के लिए अस्थायी सरकार के गठन की घोषणा की थी। उन्होंने ये घोषणा भी की थी कि वह खुद हेड ऑफ स्टेट, प्रधानमंत्री और युद्ध मंत्री होंगे। आपको बता दें कि अस्थायी सरकार वह सरकार होती है जिसका गठन राजनैतिक बदलाव का प्रबंधन करने के लिए किया जाता है। ऐसी सरकार का गठन विशेषकर ऐसे समय में किया जाता है जब नए राष्ट्र का गठन हो रहा हो या फिर पिछली सरकार और प्रशासन का पतन हो चुका होता है।

कंगना आई ट्रोलर्स के निशाने पर-

कंगना रनौत की तथ्यात्मक रूप से गलत टिप्पणियों ने एक्स पहले (ट्विटर) पर मेम (Memes) का बरसात शुरू करा दिया, जब ट्विटर पर लोगों का अपना अपना बयान सामने आने लगा अब सोशल मीडिया दो खेमों में बट गया। एक तरफ जहा विपक्ष लगातार बीजेपी को कंगना को लेकर बयानबाज़ी पर उतर आया। वही दूसरी तरफ सत्ता पक्ष कंगना के बयान को सही साबित करने में लग गयी ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब कंगना ने कुछ कहा हो और वो निशाने पर न आयी हो। कभी वो बॉलीवुड को लेकर कर बयानबाज़ी करती नज़र आती है तो कभी विपक्ष को अब कंगना का यह जो नया बखेड़ा है वो बीजेपी कैसे सही करती है वो भी देखना होगा।

कंगना ने एक्स पर शेयर किया स्क्रीनशॉट-

 


इसने एक अल्पज्ञात ऐतिहासिक घटना को भी प्रकाश में ला दिया है जब बोस ने भारत को स्वतंत्र घोषित किया और एक ऐसी सरकार की घोषणा की जहां वह राज्य के प्रमुख थे। नेता जी के नाम से मशहूर स्वतंत्रता सेनानी ने 21 अक्टूबर, 1943 को सिंगापुर में आज़ाद हिंद (स्वतंत्र भारत) की सरकार बनाई थी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान घोषणा करते समय सुभाष चंद्र बोस ने खुद को प्रधानमंत्री, राज्य प्रमुख और युद्ध मंत्री घोषित किया।

कैप्टन डॉ. लक्ष्मी स्वामीनाथन महिला संगठन की प्रभारी मंत्री थीं। उन्होंने रानी झाँसी रेजिमेंट की भी कमान संभाली, जो भारतीय राष्ट्रीय सेना के लिए लड़ने वाली महिला सैनिकों की एक ब्रिगेड थी। रानी झाँसी रेजिमेंट एशिया की पहली महिला युद्ध रेजिमेंट थी। ‘आजाद हिंद सरकार’ ने देश में भारतीय नागरिकों और सैन्य कर्मियों पर अधिकार की घोषणा की, जिस पर उस समय ब्रिटेन का कब्जा था। उन्होंने अपनी मुद्रा, न्यायालय और नागरिक संहिता की घोषणा की।ऐसा कहा जाता है कि सुभाष चंद्र बोस के साहसिक कदम ने अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम को एक बड़ी प्रेरणा प्रदान की थी।

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Author: nyaay24news

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