गाजीपुर। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को गाजीपुर जाकर माफिया मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने गाजीपुर से सियासी दांव भी खेला। सपा मुखिया ने कहा, मुख्तार अंसारी की मौत की जांच सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायमूर्ति की निगरानी में कराई जानी चाहिए, तभी उन्हें न्याय मिल सकेगा। मुझे सरकार पर भरोसा नहीं है। सरकार की जांच से सच्चाई सामने नहीं आएगी जबकि हर किसी को पता है कि सच क्या है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मोहम्मदाबाद स्थित सांसद अफजाल अंसारी के घर जाकर मुख्तार अंसारी की मौत पर शोक जताने के बाद अष्ट शहीद इंटर कॉलेज मैदान में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, जेल में जो घटना हुई, उसका जवाब सरकार के पास नहीं है। कस्टोडियन डेथ के मामले में राज्य सरकार दूसरे प्रदेशों से आगे जाना चाहती है। वह व्यक्ति (मुख्तार अंसारी) लंबे समय तक जेल में रहा। उसे जेल में ही जहर देने का आरोप लगाया गया है, लेकिन सरकार ने इस मामले में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इस तरह की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी जिन-जिन लोगों ने जेल में अपनी जान का खतरा बताया, उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। सरकार का पहला काम लोगों को सुरक्षा देना होता है और जो सरकार जनता को सुरक्षा नहीं दे सकती, वह सरकार जनता की नहीं है।
मुख्तार अंसारी की छवि वैसी नहीं थी जैसी बताई गई
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्तार अंसारी की छवि वैसी नहीं थी, जैसी बताई जा रही। कभी- कभी दूर बैठे लोगों की छवि नहीं दिखाई देती है। सपा मुखिया जब अफजाल अंसारी के घर पहुंचे और वहां लगी तस्वीर देखी तो एक-एक व्यक्ति के बारे में जानकारी ली। अखिलेश ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि मुख्तार अंसारी ने खुद कहा था कि उन्हें जहर दिया गया।
कैसरगंज से कौन होगा बीजेपी से उम्मीदवार
लोकसभा चुनाव में टिकट बदलने के सवाल पर चुटकी लेते हुए अखिलेश यादव ने कहा, हमारे टिकट तो बदल गए, लेकिन भाजपा को देखिए, जिनके प्रत्याशियों का जगह-जगह विरोध हो रहा है, उस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। गोंडा की कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी किसी उतरेगी मैदान में, क्या इसका जवाब वह दे पा रही है।
सीएम के बयान पर जताई तीखी प्रतिक्रिया
सपा मुखिया ने सीएम योगी आदित्यनाथ के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा है ‘हम राम को लाते हैं, जो कानून व्यवस्था से खेलने का प्रयास करता है, उसका राम नाम सत्य भी करवा देते…। अखिलेश ने कहा ये मुख्यमंत्री की भाषा नहीं है। सरकार किस मुंह से किसानों और बेरोजगारों के पास जाए, उसे समझ में नहीं आ रहा है। इससे बचने के लिए ही मुख्यमंत्री इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। अखिलेश ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर भी हमला बोला और कहा कि केशव प्रसाद से बड़ा कोई गुंडा नहीं है।
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