देश में आम चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में अब हफ्ते भर से भी कम का समय बचा हुआ है। ऐसे में सभी पार्टियों के दिग्गज मैदान में उतर चुके हैं। पश्चिम यूपी के कई जिलों में भी पहले चरण में ही मतदान होने हैं। यहां हर दिन राजनीतिक दलों के धुरंधर जनता से रूबरू हो रहे हैं और चुनावी रैलियां व जनसभा कर अपना पक्ष मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम योगी आदित्यनाथ, अमित शाह और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी एक दूसरे को ललकारा और जनता से चुनाव जिताने की अपील की।
सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर के बड़गांव और गंगोह में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, अब चुनाव ध्रुवीकरण का है। एक तरफ जातियां हैं और दूसरी तरफ राष्ट्रवाद। एक तरफ वे तुष्टिकरण की नीति पर चल रहे हैं तो दूरी तरफ हम भारत माता का सम्मान बनाकर रखने वाले। अब यूपी की जनता दंगे और पथराव को भूल चुकी है। इससे पहले पश्चिमी यूपी में त्योहारों पर कर्फ्यू लगा रहता था और कांवर यात्रा नहीं होती थी। अब हमने उन लोगों के माइक उतरवा दिए हैं, जो चिल्ला कर दंगे कराते थे। न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी। मुख्यमंत्री ने कहा पहले यहां माफिया राज था, लेकिन अब माफिया जेल में हैं या जहन्नुम में… और जो बचे हैं वे राम नाम सत्य है के मार्ग पर चलने की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा ने माफियाओं की गर्मी शांत कर दी है। अब बहु बेटियां सुरक्षित हैं। हमारी सरकार में दंगाइयों को उल्टा लटका कर मिर्च पाउडर उड़ा दिया जाता है।
योगी सरकार में सुरक्षित हैं महिलाएं: अमित शाह
मुरादाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वेस्ट यूपी के मुरादाबाद जिले में चुनावी जन सभा कर सपा, कांग्रेस और बसपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, एक समय था जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में डर का माहौल था। व्यापारी अपनी भूमि, व्यवसाय और घर छोड़ कर पलायन करने को मजबूर थे। अब माहौल बदल गया है। अब योगी राज में खलनायक और माफिया यहां से पलायन कर रहे हैं। कारोबारी बेखौफ होकर अपना काम कर रहे हैं और महिलाएं सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि 2013 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दंगे, गौ तस्करी और उपद्रवियों का बोलबाला था। अब यहां डर, दंगे, गो तस्करी की जगह वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट ने ले ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को चाक चौबंद करने का काम किया है। गृहमंत्री ने कहा, 500 साल बाद इस बार रामनवमी पर रामलला टेंट की बजाय अपना जन्मदिन अपने भव्य मंदिर में मनाएंगे। कांग्रेस के साथ सपा और बसपा ने भी राम मंदिर का खुला विरोध किया था। मोदी सरकार ने राम मंदिर बनवाया। शाह ने कहा कि 2014 और 2019 में मोदी के पीएम बनने में सबसे अहम रोल उत्तर प्रदेश की जनता ने निभाया था। यूपी ने 2014 में 73 सीटें और 2019 में 65 सीटें बीजेपी को दीं तभी नरेंद्र मोदी पीएम बने। अब इस बार भी नरेंद्र मोदी को पीएम बनाना है, इसके लिए आपके प्यार और आशीर्वाद की जरूरत है।
पीले पड़ गए हैं बीजेपी के चेहरे: अखिलेश
पीलीभीत। इधर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी शुक्रवार को पीलीभीत के पूरनपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया। अपने पूरे संबोधन उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने किसान आंदोलन और इलेक्टोरल बांड का हवाला देते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला। सपा मुखिया ने इशारों-इशारों में पीएम मोदी और सीएम योगी का मजाक भी उड़ाया। उन्होंने कहा, बड़े-बड़े नेता पीलीभीत आए थे। देश के प्रमुख नेताओं ने आकर अपनी राय व्यक्त की। लखनऊ में लोग घबराये हुए हैं और उनके चेहरे पीले पड़ गये हैं। अखिलेश ने कहा, यहां की सड़कों पर छुट्टा और जंगली पशु घूम रहे हैं, जो किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। पीलीभीत के किसान जंगली जानवरों से भी त्रस्त हैं। भाजपा नेताओं को सब कुछ पता है लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि पीलीभीत में करीब 300 किसानों की जान चली गयी। जानवर जंगल से बाहर आते हैं, कभी ये खेतों को नुकसान पहुंचाते हैं तो कभी लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं। बीजेपी की गारंटी में क्या यही है? उन्होंने कहा, देश के प्रधानमंत्री 2022 के चुनाव में यह कहकर गए थे कि भाजपा की सरकार बननी चाहिए। हमने 15 दिनों के भीतर जानवरों की समस्या का समाधान करने के लिए कदम उठाए हैं।’ सरकार बने कितने दिन हो गए, उत्तर प्रदेश सरकार को सात साल और दिल्ली सरकार को दस साल हो गए हैं। मुझे बताओ, आप 17 साल का हिसाब लेंगे या नहीं। बीजेपी ने यहां की जनता से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया। वह सिर्फ झूठ बोलती है।
इसे भी पढ़ें-भारत के सम्मान और स्वाभिमान के लिए लड़ रही है बीजेपी: सीएम योगी
इसे भी पढ़ें- ओम प्रकाश राजभर की मां के निधन पर सीएम योगी ने जताई संवेदना
