कन्नौज। उत्तर प्रदेश की कानपुर-बुंदेलखंड की 10 लोकसभा सीटों पर लगभग सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। यहां जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधने और मतदाताओं को अपनी तरफ करने के लिए सभी उम्मीदवार रणनीति भी बनाने लगे हैं लेकिन यहां की फतेहपुर और कन्नौज सीट पर सपा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इसी बीच एक बार फिर से कन्नौज सीट से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा तेज हो गई है। वहीं फतेहपुर से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के मैदान में उतरने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि अभी इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व अपने शीर्ष नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने से पहले इन सीटों पर जीत हार का गुणा भाग लगा रहा है।
आपको बता दें कि कानपुर-बुंदेलखंड की 10 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने सबसे पहले प्रत्याशी उतारे थे। सपा और बसपा ने भी कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं लेकिन चर्चित सीटों में गिनी जाने वाली कन्नौज और फतेहपुर सीट पर अभी दोनों दल जातीय व सामाजिक समीकरण साधने में ही उलझे हुए हैं। अपने राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष को चुनावी मैदान में उतारने से पहले सपा दूसरे दलों खासकर बसपा प्रत्याशी के नाम का इंतजार कर रही थी, लेकिन अब बसपा ने इन दोनों सीटों से अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अब सपा नफा-नुकसान का आकलन करने में जुट गई है। दरअसल बसपा ने फतेहपुर से कुर्मी बिरादरी के मनीष सचान को मैदान में उतार कर सपा के जातिगत वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाने की कोशिश की है। ऐसे में अगर यहां से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल मैदान में उतरते हैं तो कुर्मी वोटों के बिखराव का डर है।
वहीं कन्नौज में पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मैदान में उतरते हैं तो वहां उन्हें मौजूदा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक और बसपा प्रत्याशी इमरान बिन जफर से मुकाबला करना होगा। यहां भाजपा का अपना वोट बैंक है और बसपा प्रत्याशी के पक्ष में मुस्लिम वोट खिसकने के आसार हैं। ऐसे में इसका सीधा नुकसान सपा को हो सकता है। कुल मिलाकर कहें तो इन दोनों सीटों पर सपा की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी। हार-जीत का असर आगामी 2027 को होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा। ऐसे में सपा फूंक-फूंककर अपने कदम आगे बढ़ा रही है। कभी सपा का गढ़ रही कन्नौज लोकसभा सीट पर अब भाजपा का कब्जा है। वहीं बात करें फतेहपुर सीट की तो केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति इस बार जीत की हैट्रिक लगाने का दावा कर रहीं हैं।
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