मध्य प्रदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा, पूर्व (दिवंगत) प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर को खत्म कर दिया था क्योंकि वह विरासत में मिली अपनी संपत्ति को सरकार के साथ साझा नहीं करना चाहते थे, लेकिन अब कांग्रेस फिर से इस टैक्स को लगाना चाहती है।
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विरासत टैक्स को लेकर एक अहम तथ्य देश के सामने आया है। ये तथ्य आंखें खोलने वाले हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति उनके बच्चों को दी जानी थी, लेकिन पहले नियम था कि संपत्ति उनके बच्चों को मिलने से पहले इसमें सरकार शामिल होती थी। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पहले भी इसी तरह का कानून पारित कर चुकी है।
1985 में कांग्रेस ने बदला कानून
पीएम ने कहा, कांग्रेस ने इंदिरा गांधी की संपत्ति बचाने के लिए कानून रद्द कर दिया था ताकि वह सरकार को यह न मिले। उन्होंने कहा कि जब इस टैक्स ने उन्हें प्रभावित किया तो तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1985 में उत्तराधिकार कानून को रद्द कर दिया। अपना काम खत्म करने के बाद कांग्रेस फिर से टैक्स लगाना चाहती है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति और कीमती सामान का एक्स-रे कराकर उनके गहने और छोटी बचत को जब्त करना चाहती है।
इस दौरान पीएम ने कांग्रेस पर धार्मिक तुष्टिकरण का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कांग्रेस फिर से धार्मिक तुष्टीकरण का फार्मूला अपना रही है। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार थी जिसने कर्नाटक के मुस्लिम समुदाय के सभी सदस्यों को ओबीसी घोषित किया था। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने ओबीसी समुदाय में नये लोगों को जोड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि ओबीसी को शिक्षा और सरकारी क्षेत्रों में आरक्षण मिलता था लेकिन अब ये आरक्षण चुपचाप हटाया जा रहा है।
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