गोंडा। कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह का लोकसभा चुनाव लड़ने का सपना चकनाचूर होता नजर आ रहा है। साथ ही महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण मामले में उनकी मुश्किलें भी बढ़ती हुई दिख रही हैं।
दरअसल, दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट के फैसले ने उनकी उम्मीदों पर लगभग पानी फेर दिया है। कोर्ट ने यौन शोषण मामले में बृजभूषण को राहत देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने साफ किया है कि उनके खिलाफ दर्ज मामले की दोबारा जांच नहीं होगी। इससे पहले पिछले दिनों खुद बृजभूषण शरण सिंह ने इस बार के चुनावी मैदान में उतरने को लेकर वे संदेह जताया था।
7 मई को कोर्ट सुनाएगी फैसला
बता दें कि राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन पर लगे आरोपों की दोबारा जांच से संबंधित याचिका को खारिज कर दिया है। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज सांसद ने कोर्ट में याचिका दायर कर उनके खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की दोबारा से जांच करने के लिए दिल्ली पुलिस को निर्देश देने की मांग की थी। मामले की सुनवाई करते हुए अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट प्रियंका राजपूत ने कहा कि कोर्ट 7 मई को आरोप तय किए जाने पर फैसला सुनाएगी।
कैसरगंज के लिए शुरू हो चुकी है नामांकन प्रक्रिया
कोर्ट के फैसले के साथ ही बृजभूषण शरण सिंह के भविष्य पर भी खतरा मंडराने लगा है। माना जा रहा है कि वे इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। दरअसल, कैसरगंज लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में चुनाव होना है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया भी 26 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। नामांकन फॉर्म दाखिल करने की अंतिम तिथि 3 मई तय की गई है। 4 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 6 मई तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
कैसरगंज लोकसभा सीट पर 20 मई को होगी वोटिंग
नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ गोंडा से लेकर कैसरगंज तक का सियासी माहौल गरमा गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी जल्द ही कैसरगंज सीट के लिए उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेगी। दरअसल, अभी तक कैसरगंज लोकसभा सीट को लेकर लाइनअप तैयार नहीं हो पा रहा है। भाजपा प्रत्याशी के इंतजार में अभी तक सपा और बसपा ने भी यहां से पत्ते नहीं खोले हैं।
केतकी को टिकट दे सकती है बीजेपी
कहा जा रहा है कि अगर कैसरगंज लोकसभा सीट से बृज भूषण का टिकट कटा तो पार्टी उनकी पत्नी केतकी सिंह पर दांव लगा सकती है। केतकी इससे पहले भी एक बार उस वक्त चुनाव मैदान में उतरी थीं जब बृजभूषण शरण सिंह टाडा मामले में फंसे थे और जेल गए थे। उस चुनाव में केतकी ने जीत दर्ज की थी। अब एक बार फिर भाजपा उन्हें मैदान में लाकर विरोधियों को चित करने की कोशिश कर सकती है। हालांकि, अभी इस मामले में कोई भी कुछ भी कहने से बच रहा है।
माना जा रहा है कि इस सीट पर बृजभूषण शरण सिंह की ही चलेगी। वे जिसे उम्मीदवार बनाने का निर्णय लेंगे, बीजेपी उसे ही टिकट देगी। दरअसल, गोंडा, कैसरगंज और आसपास के इलाकों में बृजभूषण शरण सिंह की मजबूत पकड़ है। इसे देखते हुए पार्टी कोई भी बड़ा जोखिम लेने के मूड में नहीं है।
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