लखनऊ। बिहार से मदरसों के लिए ले जाए जा रहे 99 बच्चों का रेस्क्यू होने के बाद उनसे मिलने के लिए रविवार को अयोध्या बाल कल्याण समिति के चेयरमैन सर्वेश अवस्थी, बाल आयोग की सदस्य डॉ. शुचिता चतुर्वेदी व चाइल्ड लाइन की काउंसलर ऋचा मोहान रोड स्थित बालगृह पहुंची। वहां इन्होंने बच्चों का हाल जाना और उनकी आप बीती सुनी।
बच्चों से मिलने के बाद डॉ. शुचिता ने बताया कि उन सभी की फिर से काउंसिलिंग की गई। इस दौरान बच्चों से उनसे खुलकर बात की। शुचिता ने कहा कि एक दिन पहले जब वे लोग बच्चों से मिले थे तो वह एकदम खामोश थे। लेकिन आज उन्होंने उनसे खुलकर बात कि और अपनी आपबीती बताई।
उन्होंने कहा कि बच्चों ने उन्हें बताया कि दिन के खाने में उन्हें चावल और पानी जैसी दाल दी जाती थी। साथ में आधी-आधी रोटी। कई बार जब हम लोग रोटी चुरा लेते थे, तो हमें पाइप में कंचे भर कर मारा जाता था। एक बच्चे ने बताया कि अक्सर हमारे नाम पर चंदा इकट्ठा किया जाता था। मास्टर जबर और मास्टर शहजाद उन्हें मारते थे। उनसे बाथरूम साफ करवाया जाता और न करने पर उनके साथ मारपीट की जाती थी। बच्चों ने कहा, मास्टर शहजाद उन्हें सबसे ज्यादा मारते थे। छुट्टी होने पर घर नहीं भेजते थे। उन लोगों ने हमें बंधक बनाकर रखा था।
आज अभिभावकों को सौंपे जाएंगे बच्चे
बताया जा रहा है कि बाल कल्याण समिति की ओर से आज सोमवार से बच्चों को उनके अभिभावकों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। इसके लिए अभिभावकों के पास जरूरी प्रमाण और शपथपत्र होना अनिवार्य है। रविवार से बच्चों के अभिभावक लखनऊ पहुंचने लगे हैं। हालांकि अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी है। सीडब्लूसी के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने बताया कि अभिभावकों से अब तक उनकी मुलाकात भी नहीं हुई है। सभी कागजों के साथ उनसे पूछताछ की जाएगी और जब सीडब्ल्यूसी की टीम पूरी तरह से संतुष्ट हो जाएगी तो ही बच्चों को उन्हें सौपा जायेगा।
जलसे में दी जाती थी हाफिज बनने की ट्रेनिंग
आयोग की सदस्य के मुताबिक, एक बच्चे ने बताया कि यहां पर अक्सर अरशद मदनी का जलसा होता था, जिसमें हाफिज बनने की ट्रेनिंग दी जाती थी। हमें बताया गया कि 100 रुपये हर दिन मिलते हैं। साथ ही एक हाफिज अपने साथ 10 लोगों को जन्नत लेकर जाता है।
CWC की तरफ से FIR का इंतजार कर रही पुलिस
एसपी ग्रामीण अतुल सोनकर ने बताया कि मौलवियों से पूछताछ की जा रही है और पूरे मामले की तेजी से जांच भी हो रही है, लेकिन सीडब्लूसी की ओर अभी एफआईआर नहीं कराई गई है इसके लिए इंतजार किया जा रहा है। सीडब्लूसी जो भी कदम उठाएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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