रायरबेली। कांग्रेस के गढ़ रायबरेली से प्रियंका गांधी के नाम का ऐलान अब कभी भी हो सकता है। यहां चुनाव प्रबंधन के लिए राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने 24 सदस्यों की समन्वय समिति भी गठित कर दी है। इस समिति में हर विधानसभा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी, जिला कांग्रेस कमेटी समेत वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को शामिल किया गया है। इसके अलावा कांग्रेस के पांच शीर्ष प्रतिनिधि बैकअप में रहेंगे। इनमें सुनील कानूगोलू का नाम सबसे ख़ास है। सुनील क़ानूगोलू आईटी वॉर रूम के साथ रायबरेली के चुनावी समीकरणों को देखते हुए चाणक्य की भूमिका निभाएंगे।
हालांकि रायबरेली से मैदान में कौन उतरेगा, इसका फैसला अभी नहीं हो पाया है। कहा जा रहा है कि इस बारे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को ही अंतिम निर्णय लेना है। दरअसल, शनिवार रात को कांग्रेस केंद्रीय कोर कमेटी की बैठक में टिकट फाइनल करने का अधिकार पार्टी ने उन्हें ही सौंप दिया है। बता दें कि मिशन रायबरेली को लेकर पिछले दो दिन से सरगर्मी बढ़ी हुई है, क्योंकि इस सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होने हैं और इसके लिए नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, जो तीन मई तक चलेगी। जिला कांग्रेस कमेटी के साथ दिल्ली कोर कमेटी भी यहां एक्टिव है। फिलहाल इस सीट से प्रियंका गांधी का नाम तय माना जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार अभी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
चुनिंदा चेहरों को अहमियत
राज्यसभा का रुख कर चुकी सोनिया गांधी ने रायबरेली के चुनाव को लेकर स्पेशल- 24 समन्वय समिति गठित कर दी है। इस समिति में सोनिया गांधी के साथ उनके प्रतिनिधि केएल शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव, बछरावां से पार्टी के विधानसभा प्रत्याशी रहे सुशील पासी, ऊंचाहार से प्रत्याशी रहे अतुल सिंह, सदर सीट से चुनाव लड़ चुके डॉ. मनीष सिंह चौहान, सरेनी ने विधानसभा प्रत्याशी रहीं सुधा द्विवेदी, बछरावां से विधानसभा प्रत्याशी रहे साहबशरण पासवान, हरचंदपुर से पूर्व विधायक सुरेंद्र विक्रम सिंह, लालगंज नगर पंचायत अध्यक्ष सरिता गुप्ता, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रायबरेली मो. इलियास, एआईसीसी के पूर्व सदस्य कल्याण सिंह गांधी, नगर पालिका अध्यक्ष रायबरेली शत्रोहन सोनकर, डीडीसी के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वीके शुक्ला को भी जगह मिली है। पार्टी सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि महासचिव केसी वेणुगोपाल, डीके शिवकुमार, उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश कांग्रेस महासचिव आराधना मिश्रा इस चुनाव में रणनीतिकार की भूमिका निभाएंगे।
मल्लिकार्जुन खरगे लेंगे फैसला
पार्टी के सर्वेक्षण विशेषज्ञ सुनील कानूगोलू इस चुनाव में बतौर रणनीतिकार काम कर रहे हैं। इससे पहले तेलंगाना चुनाव उनकी रणनीति के अनुरूप लड़ा गया था, जिसमें कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली थी। रायबरेली के चुनाव में भी सुनील कानूगोलू की बड़ी भूमिका रहेगी। बताया जा रहा कि रायबरेली को लेकर सबसे पहला सर्वे उन्होंने ही कराया था। इसके बाद से प्रियंका गांधी को लेकर आम सहमति बनने लगी थी। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी सुनील की टीम सर्वे करने रायबरेली पहुंची थी। वहीं विगत शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रायबरेली के लोगों के लिए सरप्राइज देने जैसी बात कही थी। उनके इस बयान की चर्चा रायबरेली के सियासी गलियारों में दिन भर होती रही। हालांकि कुछ लोग अमेठी से वरुण गांधी के चुनाव मैदान में उतरने और रायबरेली से राहुल गांधी के आने की भी बात भी कर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस पदाधिकारियों ने ऐसी किसी भी संभावना से इन्कार किया।
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