उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई जबकि 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बारे में बताते हुए जमलदीपुर गांव के लोगों ने कहा कि जिस समय एक्सीडेंट हुआ था, उस वक्त बस ड्राइवर नशे में था और ट्रक को सामने देखते ही वह स्टेयरिंग छोड़कर बस से कूदकर भाग गया। वहीं ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी और वह बस को चीरते हुए निकल गया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर बस चालक स्टेयरिंग छोड़कर न भागता और दोनों वाहनों की रफ्तार तेज न होती तो शायद ये हादसा होने से बच जाता।
हादसे के वक्त बस के पीछे चल रहे बाइक सवार बांगरमऊ निवासी नीरज की मानें तो बस की रफ़्तार भी काफी तेज थी जबकि यह सड़क इस लायक नहीं है कि किसी भी वाहन को तेज रफ्तार से चलाया जाए। हादसे के वक्त एक युवक सबसे पहले बस से उतरा था और वह सफीपुर की तरफ भागा था। उसने कहा शायद वह बस का चालक था। ग्रामीणों ने बताया कि बस से टकराने के बाद ट्रक चालक ने भी वाहन सहित भागने का प्रयास किया और बस में रगड़ते हुए निकला। यही वजह थी कि बस में दाहिने तरफ की सीटों पर बैठे कई यात्रियों को उठने तक का मौका नहीं मिला और बस की सीट पर बैठे-बैठे ही ट्रक से शरीर कई जगह से कट गया और उनकी मौत हो गई।
सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे सीओ सफीपुर ऋषिकांत शुक्ला ने बताया कि सड़क में गड्डे हैं और दोनों वाहनों की रफ्तार अधिक थी। ओवरटेक करने के दौरान बस और ट्रक में टक्कर ही गई, जिससे कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। वहीं रफ्तार तेज होने की वजह से पूरी बस क्षतिग्रस्त हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जिस समय हादसा हुआ उस वक्त बस खचाखच भरी थी। बस में कुल 40 यात्री बैठे थे और सीट न होने से कुछ खड़े होकर यात्रा कर रहे थे। बस में क्षमता से अधिक सवारियां न होतीं तो शायद वह अनियंत्रित न होती और न ही ये हादसा होता।
एआरटीओ आदित्य कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बस उन्नाव शहर की आवास विकास कालोनी निवासी यूसुफ रजा के नाम रजिस्टर्ड है। बस की फिटनेस, बीमा व अन्य कागजात पूरे हैं। उन्होंने कहा कि बस में चालक सहित 25 सीटों का परमिट है। बस चालक को पकड़ने के लिए पुलिस जगह-जगह उसकी तलाश कर रही है।
इसे भी पढ़ें-सड़क हादसे में तीन महिलाओं समेत चार की मौत, 24 घायल
इसे भी पढ़ें-सड़क पार कर रहे दो भाइयों को ट्राला ने रौंदा, मौत