कर्नाटक। इस समय देश में लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा किसी मुद्दे की चर्चा है तो वो है कर्नाटक में हुए सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल की है। जिसके खुलते ही सियासी भूचाल आ गया। हर तरफ सिर्फ और सिर्फ इस सेक्स स्कैंडल की बात होने लगी है। एक सफेदपोश बाप-बेटे की जोड़ी, अनगिनत मासूम और बेबस लड़कियां और 3000 अश्लील वीडियो वाला एक पेन ड्राइव… यह सब हो रहा है कर्नाटक की सियासत में, जिस कहानी ने इन दिनों भूचाल सा ला दिया है, उसका लब्बोलुआब कुछ यही है। यह मामला देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के परिवार से जुड़ा है, तो चर्चा तो दूर तक होनी ही है। निशाने पर खुद देवेगौड़ा के बड़े बेटे एचडी रेवन्ना और उनके पोते प्रज्वल रेवन्ना हैं। उन पर अपने ही घर में ना सिर्फ अनगिनत लड़कियों के साथ यौन शोषण करने, बल्कि उनका अश्लील वीडियो बना कर उन्हें डराने-धमकाने का भी सनसनीखेज इल्जाम लगा है।
उनके आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी ही तेजी से वायरल हो रहे हैं। यह मामला हाई प्रोफाइल है। यौन शोषण का शिकार हुई लड़कियों की तादाद अब तक पूरी तरह से साफ नहीं हो पायी है, जबकि करीब 3 हजार अश्लील वीडियोज सामने आ चुके हैं। ऐसे में इस मामले के सामने आते ही राज्य सरकार ने एक एसआईटी ( SIT ) बना कर इसकी तफ्तीश शुरू कर दी है, लेकिन जैसा कि अक्सर ऐसे बड़े मामलों में होता है। स्कैंडल के लाइमलाइट में आते ही केस का किंगपिन यानी इल्ज़ामों के घेरे में आया प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़ कर फरार हो चुका है। बताया जा रहा है कि वो इस वक्त जर्मनी में है। अब सवाल ये है कि इस चुनावी मौसम में आखिर इस ‘महा सेक्स-स्कैंडल’ का खुलासा कैसे हुआ? तो सबसे पहले यह जानते हैं आखिर कैसे पहली बार देवेगौड़ा या फिर यूं कहें कि रेवन्ना परिवार में चलते इस काले कारोबार का सच सामने कैसे आया?’
इस बाप- बेटे की जोड़ी ने कैसे और किन लड़कियों को अपने निशाने पर लिया? उनका यौन शोषण किया और उनके वीडियो कैसे बनाए? ऐसा करने के पीछे इन दोनों का मकसद क्या था? तो इस पूरी कहानी को समझाने के लिए हमें दस दिन पीछे जाना होगा। दूसरे चरण की वोटिंग से करीब 5 दिन पहले यानी 20 अप्रैल को देश के कई अलग-अलग हिस्सों के साथ-साथ 26 अप्रैल को कर्नाटक के 14 लोकसभा सीटों के लिए भी वोट डाले जाने जाने थे। चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर था। नेताओं में एक- दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चरम सीमा पर चल रहा था, लेकिन इसी बीच हासन से एनडीए के सहयोगी जनता दल सेक्यूलर के प्रत्याशी और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के कुछ आपत्तिजनक वीडियो व्हाट्सएप पर वायरल होने लगे, फिर देखते ही देखते पूरे कर्नाटक में यह वीडियो वायरल हो गए। इस बीच चुनाव भी हो गये। इधर रेवन्ना बेधडक होकर लोगों से वोट मांगता रहा, लेकिन शायद उसे अपने आने वाले वक्त का अहसास हो गया था, तभी तो इधर, चुनाव खत्म हुआ और उधर रेवन्ना ने जर्मनी के लिए उड़ान भर ली लेकिन उनके विरोधी दलों ने हमला बोलना शुरू कर दिया था।
पीड़ित महिला ने खोला सच
वीडियो के वायरल होते ही रेवन्ना परिवार में काम कर चुकी एक पीड़ित महिला ने एचडी रेवन्ना और प्रज्वल रेवन्न के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी, जिसमें महिला ने पिता-पुत्र की काली करतूतों से जुड़े कई विस्फोटक खुलासे किये। इस एफआईआर के जरिए आपको रेवन्ना परिवार में चल रहे सेक्स स्कैंडल का एक-एक सच बताएंगे, लेकिन पहले ये समझ लीजिए कि आखिर बंद कमरे में चलता ये सारा खेल सामने कैसे आया? कार्तिक गौड़ा नाम का एक शख्स रेवन्ना परिवार का पुराना ड्राइवर हुआ करता था, उसने करीब 15 सालों तक रेवन्ना परिवार की गाड़ियां चलाईं, लेकिन धीरे-धीरे रेवन्ना से उसके रिश्ते खराब होने लगे और उसने नौकरी छोड़ दी।
ड्राइवर ने खोला चिट्ठा
अगर कार्तिक की मानें तो रेवन्ना परिवार ने उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया और विरोध करने पर प्रज्वल ने उसके और उसकी पत्नी के साथ मारपीट भी की थी। अब कार्तिक अपने साथ हुई इस ज़्यादती का बदला लेना चाहता था और उसे रेवन्ना परिवार के सारे काले करतूतों की जानकारी थी। ऐसे में उसने अलग-अलग लड़कियों के साथ रेवन्ना के अश्लील वीडियो से भरा एक पेन ड्राइव किसी तरह से हासिल कर लिया। इसके बाद उसने इस पेन ड्राइव के साथ बीजेपी नेता देवराज गौड़ा से मुलाकात की। उधर, प्रज्जवल ने 1 जून 2023 को इसे लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया और कहा था कि वीडियो के सहारे उसकी छवि खराब की जा रही है।
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