नई दिल्ली। कोरोना वायरस वैक्सीन कोविशील्ड लेने के बाद जिस लड़की की मौत हुई थी, उसके माता-पिता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और ब्रिटिश दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका के खिलाफ मुकदमा दायर करने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल, एस्ट्राजेनेका ने हाल ही में ब्रिटिश कोर्ट में माना था कि उसकी वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स में शरीर में रक्त के थक्के और प्लेटलेट का कम स्तर शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि सीरम इंस्टीट्यूट ने भारत में कोविशील्ड नाम से एस्ट्राजेनेका कंपनी के फार्मूले पर वैक्सीन का उत्पादन किया था। कोरोना महामारी से बचाव के लिए देश में कोविशील्ड वैक्सीन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, सीरम इंस्टीट्यूट ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वेणुगोपालन गोविंदन की 20 वर्षीय बेटी करुण्या की 2021 में कोविशील्ड वैक्सीन लगने के कुछ समय बाद मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने अपनी गलती स्वीकार करने में बहुत देर कर दी है। यही वजह है कि अब तक कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
वेणुगोपालन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है, जब 15 यूरोपीय देशों ने खून के थक्के जमने से हुई मौतों को लेकर एस्ट्राजेनेका के इस्तेमाल पर प्रतिबन्घ लगा दिया है, तो सीरम इंस्टीट्यूट को भी उसी समय वैक्सीन की सप्लाई रोक लगा देनी चाहिए थी। वेणुगोपालन ने आगे लिखा- परेशान और हताश माता-पिता अब अदालतों में न्याय के लिए मुकदमा लड़ रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
इसे भी पढ़ें-कोविशील्ड के साइड इफेक्ट पर बोले एक्सपर्ट, घबराएं नहीं- बेहद रेयर है ब्लड क्लॉटिंग की समस्या
इसे भी पढ़ें-फिर बढ़ रही कोरोना की तेज रफ्तार