लखनऊ। बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक और मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद का सीतापुर में दिया गया भड़काऊ भाषण उन्हें ही भारी पड़ गया। मंगलवार देर रात मायावती ने उन्हें दोनों जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया। इसका कारण उनकी अपरिपक्वता भी बताया जाता है। इस फैसले के साथ मायावती ने ये भी संदेश दिया कि पार्टी अपने मूवमेंट से किसी भी कीमत पर नहीं डिगेगी।
गौरतलब है कि बीते दिनों आकाश ने सीतापुर में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान बीजेपी नेताओं की तुलना आतंकवादियों से कर दी थी। जनसभा में आकाश ने ये भी कहा कि उन्हें जूतों मारना चाहिए। इस भाषण के बाद आकाश के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया। वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने भी इसे बेहद गंभीरता से लिया और आकाश आनंद को रैलियां आयोजित करने से प्रतिबंधित कर दिया।
हालांकि वे दिल्ली में पार्टी समर्थकों, छात्रों और शिक्षकों आदि से संपर्क साधते रहे और विपक्षी नेताओं को निशाना बनाते रहे। इसके बाद बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार को एक पर बयान जारी करके आकाश को नेशनल कोऑडिटनेटर के पद और अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से हटाने का ऐलान किया। हालांकि उन्होंने आकाश के पिता और अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी व मूवमेंट के हित में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाने की बात भी कही है।
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